शिक्षा माफिया को ढूंढ नहीं पा रही पुलिस
सिद्धार्थनगर: पुलिस की सख्ती बढ़ने पर तथाकथित शिक्षा माफिया ने नेपाल में शरण ले रखी है। पुलिस...
सिद्धार्थनगर: पुलिस की सख्ती बढ़ने पर तथाकथित शिक्षा माफिया ने नेपाल में शरण ले रखी है। पुलिस यहां उसे ढूंढ रही है और वह नेपाल से भारत में आकर हाजिरी बनाकर अपनी नौकरी कर रहा है। सब कुछ जानते हुए भी शिक्षा विभाग और पुलिस के जिम्मेदार मौन हैं। शिक्षा माफिया गिरोह ने पांच सौ से अधिक लोगों को नौकरी दे चुका है, इस फर्जीवाड़े की पोल परत दर परत खुल रही है।
बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्र बताते हैं कि शिक्षा माफिया की सियासत में पकड़ फेविकोल से भी मजबूत है। उसके इशारे पर नौकरशाह भी डफली बजाते हैं। यहां तक कि बीएसए और पटल बाबूओं के स्थानांतरण के लिए यह माफिया नेपाल में बैठकर साजिश रच रहा है। नेताओं के पैड भी खूब प्रयोग में लाए जा रहे हैं। शिक्षा माफिया गिरोह ने कई जनपदों में फर्जी शिक्षक तैनात कराए हैं। कुछ के तबादले भी किए गए हैं। जनपद में अब तक 51 शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं। एक बार 38 और दूसरी बार एक शिक्षक पर मुकदमा दर्ज हो चुका है। चार फर्जी शिक्षकों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। 12 के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से तहरीर दी गई है।
.............. 39 शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो चुका है। चार फर्जी शिक्षकों को जेल भेजा जा चुका है। यदि बेसिक शिक्षा विभाग ने 12 और फर्जी शिक्षकों के बारे में कोई तहरीर दी है तो यह मेरी जानकारी में नहीं है। बीएसए से इस मामले में कोई पत्र भी नहीं मिला है। जहां तक शिक्षा माफिया की बात है तो पुलिस उसे भी ढूंढ निकालेगी।
डा धर्मवीर ¨सह
पुलिस अधीक्षक