अफसरों ने बच्चों तक नहीं पहुंचाई किताबें
अमेठी : परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा सुधार के सभी दावे जिले में खोखले दिख रहे है। प्रदेश...
अमेठी : परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा सुधार के सभी दावे जिले में खोखले दिख रहे है। प्रदेश सरकार इनमें पढ़ने वाले बच्चों को मुफ्त में किताबें मुहैया कराती है। इसके लिए सरकार प्रत्येक जिले को भारी भरकम धन भी जारी करती है, किंतु मातहत हैं कि सरकारी धन का दुरुपयोग करने में बिल्कुल नहीं हिचकिचाते हैं। किताबों का रोना बता अफसरों ने नौनिहालों की दो सत्र परीक्षाएं भी संपन्न करा दीं।
गौरीगंज के ब्लाक संसाधन केंद्र के भवन में बीएसए कार्यालय संचालित हो रहा है। कार्यालय के भवन में एक कोने में कक्षा एक से लेकर पांच तक की किताबों के कई बंडल पड़े हैं। महकमे के अधिकारियों ने इन किताबों को बच्चों तक पहुंचाना तो दूर सुरक्षित रखना तक मुनासिब नहीं समझा। कई ब्लाक के विद्यालयों में नहीं हुआ हैं वितरण
सूत्रों के अनुसार कई ऐसे ब्लाक हैं जिनके विद्यालयों में किताबें नहीं बांटी जा सकी हैं। इनमें सिंहपुर, अमेठी, जगदीशपुर, बाजारशुकुल भी शामिल हैं।
समय से नहीं मिल पाती नौनिहालों को किताबें
नवीन शैक्षिक सत्र के शुरुआती दो-तीन महीने तक परिषदीय स्कूलों के छात्रों को किताबें नहीं मिल पाती है। अगर ऐसे में बेसिक विभाग इन किताबों को एक जगह पर सुरक्षित रखे और नये सत्र के शुरूआती दिनों में ही बच्चों में वितरण करा दें तो शायद सब पढ़ें सब बढ़ें का नारा जरूर सार्थक होगा। खंड शिक्षाधिकारी से होगी पूछताछ
किताबों के बाबत बीएसए विनोद कुमार मिश्र ने कहा कि खंड शिक्षाधिकारी से इसकी जानकारी की जाएगी। यह किताबें क्यों नहीं बंटवाई गई है और यह कैसी किताबें है। जांच के बाद ही आगे की कार्यवाई की जाएगी।