डीएम की कक्षा में बच्चे चहके व शिक्षक सहमे
गोंडा: स्कूलों में नामांकन के सापेक्ष शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए विभाग हर रोज एक से बढ़कर एक प्रयोग कर रहा है। बावजूद स्कूलों में नामांकन के सापेक्ष 50 फीसद छात्र भी नहीं आ रहे हैं। वह भी तब जब स्कूल न आने वाले छात्रों के बारे में शिक्षकों को अभिभावकों से संपर्क करना है।
मंगलवार को डीएम कैप्टन प्रभांशु श्रीवास्तव एकाएक प्राथमिक विद्यालय मुंडेरवा माफी पहुंच गए। यहां हाजिरी रजिस्टर जांचा तो पता चला कि स्कूल में कुल 301 बच्चों को पंजीकरण है। कक्षा एक में पंजीकृत 72 के सापेक्ष 32, कक्षा दो में 97 के सापेक्ष 45, कक्षा तीन में 63 के सापेक्ष 30, कक्षा चार में 35 के सापेक्ष 15 तथा कक्षा पांच में 34 के सापेक्ष 21 बच्चे उपस्थित मिले। डीएम ने शिक्षा की गुणवत्ता का सत्यापन करने के लिए बच्चों से पहाड़ा व कविताएं, सप्ताह व महीनों के ¨हदी और अंग्रेजी में नाम पूछे। डीएम ने स्वयं बच्चों को पढ़ाया और शब्दों के उच्चारण के बारे में बताया। बच्चों का ड्रेस, नाखून, पाठ्य पुस्तकें, टीकाकरण लगा कि नहीं के बारे में जानकारी ली। डीएम ने मिशन कायाकल्प के तहत स्कूल में टाइल्स लगवाने को कहा। ग्राम प्रधान को भी डीएम ने मौके पर बुलाकर पूछताछ की। इसके बाद शिक्षा क्षेत्र झंझरी के उच्च प्राथमिक विद्यालय जानकी नगर की जांच की गई, जिसमें पंजीकरण 55 के सापेक्ष 19 बच्चे उपस्थित मिले। डीएम ने स्पष्ट चेतावनी दी कि पंजीकरण के सापेक्ष विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति में सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई की जाएगी। बीएसए मनिराम ¨सह ने झंझरी बीआरसी का निरीक्षण किया, जिसमें अनुपस्थित मिले दस शिक्षकों का वेतन काटने का आदेश दिया गया है।
Posted By: Jagran