व्यवस्था का आलम देखिए, इस स्कूल में दो बच्चे और तीन शिक्षक हैं
मेरठ, [प्रमोद त्यागी]। परिषदीय विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। निश्शुल्क पुस्तकें, ड्रेस आदि की सहूलियत के साथ बच्चों को अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। इन सबके बावजूद विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती को लेकर आज भी कोई नियम नहीं है। सुनकर हैरत हो सकती है कि एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय में दो बच्चों को पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक तैनात हैं। खरखौदा ब्लाक के बहरानपुर गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक विजय सिंघल समेत तीन शिक्षक तैनात हैं लेकिन विद्यालय में मात्र दो बच्चे पंजीकृत हैं। उधर, अजराड़ा गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 212 बच्चे पंजीकृत हैं जबकि यहां तीन शिक्षक हैं। इसी तरह पीपलीखेड़ा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 180 बच्चे पंजीकृत हैं। इन्हे पढ़ाने के लिए चार शिक्षक तैनात हैं। आड़ गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 135 बच्चे पंजीकृत हैं। उन्हें पढ़ाने का जिम्मा तीन शिक्षकों पर है। यहां एक शिक्षक को एबीआरसी पद पर नियुक्त किया गया है। वहीं, बदनौली गांव के विद्यालय में 130 बच्चे पंजीकृत हैं, जिन्हें पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक तैनात हैं।
30 बच्चों पर एक शिक्षक का मानक
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, नियमानुसार विद्यालयों में 30 बच्चों पर एक शिक्षक होना चाहिए। हालांकि, बच्चों की उपस्थिति के आधार पर ही शिक्षकों की तैनाती दी जाती है लेकिन खरखौदा क्षेत्र में इस नियम का खुला उल्लंघन हो रहा है।
प्रत्येक माह डेढ़ लाख खर्च
बहरानपुर पूर्व माध्यमिक विद्यालय में दो बच्चे पंजीकृत हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि विद्यालय के खर्चे और शिक्षकों के वेतन के लिए प्रत्येक माह विभाग करीब डेढ़ लाख रुपया खर्च करता है।
इन्होंने कहा
समायोजन के लिए शिक्षकों के तबादले की सूची भेजी थी। लेकिन समायोजन लागू नहीं हो सका। बहरानपुर विद्यालय के शिक्षकों को बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए नोटिस दिया गया है। जल्द ही शिक्षकों का तबादला कर दिया जाएगा।
- तौसीफ अहमद, खंड शिक्षा अधिकारी
मामले की जानकारी नहीं है। अगर विद्यालय में दो बच्चे है तो जल्द शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों को ऐसे विद्यालय में भेजा जाएगा, जहां बच्चों की संंख्या ज्यादा है।
- सतेंद्र ढाका, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
Posted By: Taruna Tayal