जर्जर विद्यालय भवन, खुले में पढ़ रहे बच्चे
संवाद सूत्र, आटा : प्रदेश सरकार शिक्षा के लिए करोड़ों का बजट देती है। शिक्षा की गुणवत्ता...
संवाद सूत्र, आटा : प्रदेश सरकार शिक्षा के लिए करोड़ों का बजट देती है। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ ही स्कूलों में सभी व्यवस्थाएं सुलभ करने का दावा है। मकसद बच्चे बेहतर वातावरण में शिक्षा ग्रहण कर सकें लेकिन तमाम खामियों के चलते सभी सुविधाएं बच्चों को नहीं मिल पा रही हैं। ग्राम अकोढ़ी के प्राथमिक विद्यालय के कमरे की छत जर्जर होकर गिरने लगी है जिससे बच्चे खुले में पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
जिले में ही तीन सैकड़ा से अधिक स्कूल भवन जर्जर हालत में हैं। नतीजतन नौनिहालों को खतरे के बीच में पढ़ने को मजबूर होना पड़ रहा है। कई स्कूल तो ऐसे हैं जहां बच्चे तो दूर अध्यापक भी कमरों में बैठकर पढ़ाने से कतराते हैं। भले ही परिसर में लगे पेड़ों के नीचे क्यों न बैठना पड़े। अकोढ़ी के प्राथमिक विद्यालय भवन के कमरे जर्जर होकर उनका ¨लटर टूटने लगा है जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इस कारण बच्चे खुले आसमान के नीचे बैठकर पढ़ाई करते हैं। सबसे अधिक परेशानी बारिश के मौसम में होती है। विद्यालय में पंजीकृत 75 बच्चे भय के बीच पढ़ने को मजबूर हैं।
बोले प्रधानाचार्य
प्रधानाध्यापक उमेश चंद्र का कहना है कि जर्जर छत के बारे में अधिकारियों को लिखित सूचना दे दी है। जेई ने इसका निरीक्षण भी कर लिया है।
जिम्मेदार बोले
खंड शिक्षा अधिकारी सर्वेश कुमार ने बताया कि स्कूल की मरम्मत के लिए स्टीमेट पास हो गया है। काम जल्द की शुरू करा दिया जाएगा।