बच्चों ने मुख्यमंत्री से मांगा इंग्लिश मीडियम स्कूल का तोहफा
हिन्दुस्तान टीम,बरेली । इंग्लिश मीडियम प्राइमरी स्कूल भरतौल के छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री योगी से कक्षा पांच से आगे की निशुल्क पढ़ाई के लिए सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल का गिफ्ट मांगा है। स्कूल स्टाफ ने छात्रों की मांग मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का फैसला किया है।
अखिलेश सरकार ने हर जिले में दो प्राइमरी स्कूलों को इंग्लिश मीडियम स्कूल के रूप में संचालित करने की योजना शुरू की थी। पिछले वर्ष से योगी सरकार ने इस योजना को और विस्तार दे दिया था। अब हर ब्लॉक में पांच प्राइमरी स्कूल इंग्लिश मीडियम के हैं। इस तरह से बरेली में इंग्लिश मीडियम के 80 स्कूल संचालित हो रहे हैं। इन स्कूलों में पांचवीं तक छात्रों को फ्री पढ़ाई कराई जाती है। पांचवीं तक अंग्रेजी मीडियम में पढ़ाई के बाद छात्रों को छठी कक्षा में जाने पर हिंदी मीडियम में पढ़ना पड़ता है।
सरकारी स्कूलों में अधिकांश गरीब वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं। इनके पास इतना पैसा नहीं होता है कि यह लोग अपने खर्च पर पढ़ाई कर सकें। इसी लिए भरतौल स्कूल में नव वर्ष के कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने आगे की पढ़ाई के लिए फ्री स्कूल की मांग कर डाली।
पांचवीं कक्षा के बच्चे हैं परेशान
भरतौल स्कूल की प्रधान अध्यापिका शिवानी जौहरी ने बताया कि स्कूल में कक्षा पांच में 35 बच्चे हैं। अप्रैल में यह बच्चे कक्षा छह में प्रवेश लेंगे। बेसिक शिक्षा के पास इंग्लिश मीडियम में संचालित जूनियर हाईस्कूल नहीं हैं। इसी लिए बच्चे ज्यादा परेशान हैं। हम इनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे।
अपने खर्च पर पढ़ने की नहीं है स्थिति
स्कूल में सहायक अध्यापक आनंद जायसवाल ने बताया कि परिषदीय स्कूलों में अधिकांश बच्चे गरीब परिवार से नाता रखते हैं। इन लोगों के पास अंग्रेजी मीडियम स्कूलों की फीस जमा करने को पैसे नहीं हैं। यदि सरकार कुछ जूनियर हाईस्कूलों को भी अंग्रेजीभाषी करती है तो बच्चों को बड़ा लाभ मिलेगा।
सामूहिक मांग से बन सकती बात
भरतौल स्कूल में सहायक अध्यापिका शैलजा त्रिपाठी ने कहा कि जिले के अन्य इंग्लिश मीडियम स्कूलों के शिक्षकों से भी इस बारे में बात की जाएगी। अगर हम लोग सामूहिक मांग करेंगे तो आने वाले दिनों में सरकार जूनियर हाईस्कूल को भी इंग्लिश मीडियम में बदल सकती है।