जालसाज शिक्षकों के गिरेबां तक नहीं पहुंच रहे हाथ
संवादसूत्र, बलरामपुर : बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज कराने में जिम्मेदार अफसरों के हाथ कांप रहे हैं। एसटीएफ की कार्रवाई व सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा के दौरे के बाद भी अब तक बर्खास्त हुए...
बलरामपुर : बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज कराने में जिम्मेदार अफसरों के हाथ कांप रहे हैं। जिले में 135 शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं। जिनमें से 86 शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है। एसटीएफ ने तीन माह पूर्व चार शिक्षकों को गिरफ्तार किया था। जबकि 45 अभी भी कानून की गिरफ्त से दूर हैं। नोटिस जारी होने के बाद भी सात शिक्षकों से 1,26,57,670 रुपये की रिकवरी नहीं हो सकी है। सूत्र की मानें तो फर्जी शिक्षकों का एक जाल है। जिसमें अधिकारियों की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है।
86 पर नहीं दर्ज हुआ मुकदमा :
-वर्ष 2016-17 में 16448 शिक्षक भर्ती के दौरान जिले में 68 शिक्षकों के अंकपत्र सत्यापन में फर्जी मिलने पर उन्हें बर्खास्त किया गया था। इसी सत्र में 15 हजार शिक्षक भर्ती में एक शिक्षक का दस्तावेज फर्जी मिला था। जबकि पूर्व में भी 17 फर्जी शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं। इन पर अब तक मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है।
45 पर एफआइआर का दावा :
-वर्ष 2015-16 में 72,825 शिक्षक भर्ती के दौरान पकड़े गए 21 शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। साथ ही 10800 व 10000 सहायक अध्यापक भर्ती के तहत नौकरी पाने वाले 24 शिक्षकों पर हाल ही में मुकदमा दर्ज कराने की बात कही जा रही है।
जिम्मेदार के बोल :
-बीएसए हरिहर प्रसाद का कहना है कि 24 फर्जी शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज हो गया है। दस अन्य जालसाजों की सूची तैयार की गई है। जल्द ही इनके खिलाफ भी एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।