दूषित पानी पीने को मजबूर हैं स्कूली बच्चे
विकास खंड अन्तर्गत आधा दर्जन परिषदीय विद्यालयों में पेयजल का संकट है। स्कूल में लगा इंडिया मार्का हैंडपंप महीनों से खराब है, जिसके चलते स्कूली बच्चे दूषित पानी पीने को विवश हैं। इसी पानी से मिड डे मील का भोजन भी बन रहा है। दूषित जल पीने से कब छात्र-छात्राओं की सेहत बिगड़ जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता...
सिद्धार्थनगर : विकास खंड अन्तर्गत आधा दर्जन परिषदीय विद्यालयों में पेयजल का संकट है। स्कूल में लगा इंडिया मार्का हैंडपंप महीनों से खराब है, जिसके चलते स्कूली बच्चे दूषित पानी पीने को विवश हैं। इसी पानी से मिड डे मील का भोजन भी बन रहा है। दूषित जल पीने से कब छात्र-छात्राओं की सेहत बिगड़ जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है।
ब्लाक क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सेखुई में अध्यनरत करीब छह दर्जन छात्र-छात्राएं शुद्ध जल के बजाए दूषित जल पीने को महीनों से मजबूर हैं। परिसर में इंडिया मार्का हैंडपंप तो लगा है। पानी ऐसा कि भूगर्भ से निकलने के कुछ देर बाद पानी काला पड़ जाता है। दुर्गंध भी उठने लगती है। प्रधानाध्यापक तजमुल्लाह ने बताया कि दूषित जल उगलने की सूचना विभाग को दी गई है। इसी क्रम में तरैना, भारतभारी, कठौतिया आलम स्थित जूनियर विद्यालयों का हैंडपंप भी खराब है। प्रधानाध्यापकों ने विभागीय अधिकारियों से हैंडपंप ठीक कराने की मांग की है।