सातवें दिन भी विद्यालयों में नहीं जले चूल्हे
रसोइया मानदेय कंवर्जन कास्ट तथा खाद्यान विद्यालयों में न भेजे जाने के कारण सातवें दिन भी विद्यालयों में चूल्हे नहीं जले। संघ ने समस्या समाधान न होने तक मध्यान्ह भोजन न बनाए जाने का निर्णय लिया है।...
सिद्धार्थनगर: रसोइया मानदेय कंवर्जन कास्ट तथा खाद्यान विद्यालयों में न भेजे जाने के कारण सातवें दिन भी विद्यालयों में चूल्हे नहीं जले। संघ ने समस्या समाधान न होने तक मध्यान्ह भोजन न बनाए जाने का निर्णय लिया है।
पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर विद्यालयों में दोपहर में भोजन नहीं बन रहा है। इससे बच्चों को पकापकाया भोजन नहीं मिल पा रहा है। जिला अध्यक्ष डा. अरुणेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि 31 दिसंबर 2018 तक समस्या समाधान न होने की दशा में 1 जनवरी 2019 से विद्यालयों में मध्याह्न भोजन के बहिष्कार का निर्णय लिया गया था। समाधान न होने तक मध्याह्न भोजन बनवाने का बहिष्कार रहेगा। महामंत्री कलीमुल्लाह ने कहा कि वित्तीय वर्ष में मात्र एक बार रसोइया को मानदेय और कंवर्जन कॉस्ट की धनराशि भेजी गई थी वह भी बहुत कम। खाद्यान्न दिसंबर माह तक का ही दिया गया था। ऐसी परिस्थिति में शिक्षकों के सामने बड़ी समस्या थी। अधिकारियों द्वारा जांच के समय मध्यान्ह भोजन को लेकर कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि संघ के आह्वान पर शत-प्रतिशत अमल करके मध्यान्ह भोजन का बहिष्कार कर प्राधिकरण से कॉल आने पर शून्य दबाने तथा कारण पूछे जाने पर समस्या से संबंधित अंक दो (2) दबाये जाने का अनुरोध किया गया है।