डेढ़ साल में नहीं पूरी हुई एबीआरसी की चयन प्रक्रिया
जिले में सह समन्वयकों की डेढ़ साल बाद भी चयन प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई है। बेसिक शिक्षा निदेशक व राज्य परियोजना निदेशक के पत्र को भी जिम्मेदार गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। खामी के चलते शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने की शासन की मंशा पर पानी फिर रहा है।...
जागरण संवाददाता, जौनपुर: जिले में सह समन्वयकों की डेढ़ साल बाद भी चयन प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई है। बेसिक शिक्षा निदेशक व राज्य परियोजना निदेशक के पत्र को भी जिम्मेदार गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। खामी के चलते शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने की शासन की मंशा पर पानी फिर रहा है।
परिषदीय स्कूलों की संख्या अधिक होने के कारण खंड शिक्षा अधिकारी ठीक से निगहबानी नहीं कर पा रहे थे। शैक्षिक गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही थी। व्यवस्था में सुधार के लिए शासन ने अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, ¨हदी और सामाजिक विषय के प्रत्येक ब्लाक में पांच सह समन्यवकों को नियुक्त करने के लिए दो फरवरी 11 को शासनादेश जारी किया था। चयन हेतु डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में चयन समिति का गठन किया जाता है। समिति जिलाधिकारी से अनुमोदन प्राप्त कर नियुक्ति पत्र जारी करती है। जुलाई 2017 में सह समन्वयकों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद चयन हेतु विज्ञप्ति जारी की गई थी। जिले में करीब पांच सौ शिक्षकों ने आवेदन किया था। डेढ़ साल बीत गए लेकिन अभी तक नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई।
लेट-लतीफी को लेकर कई बार बेसिक शिक्षा निदेशक सहित कई अधिकारियों का पत्र भी जारी किया। राज्य परियोजना निदेशक ने गत 12 दिसंबर को जौनपुर सहित प्रदेश के 12 जनपदों के डायट प्राचार्य व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण कराकर 17 दिसंबर तक साक्ष्य सहित प्रगति से अवगत कराने का आदेश दिया था। इसका भी संबंधित अधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ा। एबीआरसी के चयन हेतु परीक्षा डायट प्राचार्य को करानी है। उन्हें आवेदकों की सूची प्रेषित कर दी गई है। परीक्षा के बाद ही चयन समिति द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया संभव है।
डा.राजेंद्र प्रसाद ¨सह
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी