कस्तूरबा विद्यालय भवन जर्जर, परेशानी
जागरण संवाददाता, नेतवर बाजार, गोरखपुर: कैंपियरगंज तहसील मुख्यालय से महज चार किमी दूर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय धर्मपुर का भवन जर्जर है। करीब दस वर्ष पूर्व बने भवन की कभी मरम्मत नहीं हुई। 1वर्ष 2008 में भवन निर्माण के समय गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े हुए थे और उसके बावजूद 2010 में बिल्डिंग को विद्यालय प्रशासन को सौंप दिया गया। विद्यालय में ग्रामीण क्षेत्र की करीब 100 बालिकाएं पढ़ती है और आवासीय होने के कारण रात में इसी भवन में रहती भी हैं। साथ ही चार-पांच महिला शिक्षिकाएं भी रात्रि निवास करती हैं। इस विद्यालय की हालत देखकर बच्चियां हमेशा डर के साए में पढ़ने और रहने को विवश हैं। समय रहते जिम्मेदारों की नींद नहीं टूटी तो कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। शिक्षक देश दीपक दुबे, श्रेया शुक्ला व शशिकला आदि ने कहा कि भवन के पिछले हिस्से के साथ-साथ अंदर भी हमेशा सीलन रहता है।’>>शिकायत के बाद भी जिम्मेदारों की नहीं पड़ रही निगाह, हादसे की आशंका 1’>>दस वर्ष पूर्व बना था विद्यालय भवन, कभी भी नहीं हुई मरम्मत, लोगों में आक्रोशगिर सकता है भवन1वार्डेन श्रीमती सपना श्रीवास्तव का कहना है की जर्जर भवन की जानकारी संबंधित विभाग को दे दी गई है। बावजूद इसके अब तक कोई करवाई नहीं हुई। मात्र दस वर्ष पुराना भवन धराशायी होने के कगार पर है।