गोरखपुर : स्कूलों में उगेंगी हरी सब्जियां, एमडीएम में खाएंगे बच्चे
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुर । मिड-डे मील में बच्चे जल्द ही ताजी हरी सब्जियों का जायका ले सकेंगे। जबकि अभी तक सिर्फ आलू और सोयबीन ही परोसा जाता है। क्लाइमेट सेल की पहल से जल्द ही मिड डे मील में लौकी, करेला, भिंडी, गाजर, मूली, पालक, टिंडा, टमाटर, तोरई आदि हरी सब्जियां मिलेंगी।
वह भी आर्गेनिक और स्कूल में ही उगाई हुई मसलन ताजगी की पूरी गारंटी। हरी सब्जी उगाने के लिए बेसिक स्कूलों में ही आर्गेनिक गार्डन बनाए जाएंगे। स्कूल में आर्गेनिक खेती हो सके इसके लिए स्कूल में ही कम्पोस्ट पिट बनाया जाएगा। कम्पोस्ट पिट में बच्चों द्वारा खाने के दौरान गिराए जाने वाले एमडीएम को डाला जाएगा और जब वह सड़कर खाद बन जाएगा तो सब्जी की खेती में उसे प्रयोग किया जाएगा।
गोरखपुर में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों की संख्या-3251
उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या-65000
प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या-140000
बेसिक स्कूलों के लिए क्लाइमेट सेल का नया प्रयोग
आपदा प्रबंधन विभाग के तहत आने वाले क्लाइमेट सेल के पहल पर बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में यह प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए स्कूल के शिक्षकों और उस स्कूल सम्बंधित प्रधान या पार्षद को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
सब्जियों बढे़गा एमडीएम का जायका
वर्तमान में दिए जाने वाले एमडीएम को बच्चे चाव से नहीं खाते हैं। लेकिन तारी हरी सब्जियों से खाने का जायका तो बढ़ेगा ही साथ ही उनकी सेहत भी बनेगी।
बेकार नहीं जाएगा जूठा
बच्चे खाने के दौरान जो जूठा गिरा देते हैं वह बेकार नहीं जाएगा। गिराए गए खाने को एकत्र कराकर कम्पोस्ट पिट में डाल दिया जाएगा।
पर्यावरण के लिए नई पहल
क्लाइमेट सेल की यह पहल वातावरण साफ और स्वच्छ बनाने के लिए है। गिराए गए एमडीएम से जहां जैविक खाद बनाया जाएगा वहीं उसी खाद का प्रयोग सब्जी उगाने में कर लिया जाएगा। जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि इससे साफ-सफाई तो बढ़ेग ही साथ ही जैविक खेती को बढ़ावा भी मिलेगा।