महराजगंज : विकास क्षेत्र लक्ष्मीपुर में UPPSS के जिलाध्यक्ष केशवमणि त्रिपाठी का हुआ स्वागत, पुरानी पेंशन बहाली के लिए बैठक कर शिक्षकों को 21 जनवरी से शुरू हो रहे आन्दोलन में मुख्यालय पर शतप्रतिशत की संख्या में पहुंचने का किया आह्वान, शिक्षकों ने एक साथ हाथ उठाकर जताई सहमति
*सम्मानित साथियों!!*
*हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम!*
*वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता!!*
साथियों सत्ता के मद में चूर सत्ताधारी सरकार नें 2004 में हमसे पुरानी पेंशन छीनी थी, आज जब शिक्षक /कर्मचारी, अधिकारी अपने हक और सम्मान की मांग करते हैं तो इनके नुमाइंदे, इनके भक्त यह कहते हैं कि इतना वेतन मिलता है फिर भी हमेशा मांगते रहते हैं!
*शिक्षक /कर्मचारी सरकार से अपना हक और सम्मान मांगते हैं, शिक्षक /कर्मचारी सरकार से वर्षों की सेवा का फल मांगते हैं, शिक्षक /कर्मचारी सरकार से कोई भीख नहीं मांगते हैं! पुरानी पेंशन कोई मांग नहीं हमारा अधिकार है, पुरानी पेंशन कोई भीख नहीं हमारा अधिकार है और अपना अधिकार, अपना सम्मान हम लेकर रहेंगे!*
*इन सत्ताधारियों को यदि देश की आर्थिक स्थिति की इतनी ही चिंता है तो खुद की हर माह निर्धारित एकमुश्त मिलने वाली आजीवन राशि छोड़ दें पर हम पेंशन की मांग नहीं छोड़ेगे! यह लोग इतने बड़े धनलोलूप बन चुके हैं कि साल में दो बार आपसी मतभेद, आपसी बहस को दरकिनार कर सर्वसम्मति से अपने वेतन, भत्ते व अन्य लाभ बढ़ा लिया करते हैं! जब खुद के वेतन, भत्ते एवं सरकारी लाभ को बढ़ाने के लिये हमेशा आपस में कीचड़ उछालने के बावजूद एकजुट होकर सर्वसम्मति से हमेशा देश पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डालते रहते हैं तब इनको देश की आर्थिक स्थिति व देश की गरीबी की याद नहीं आती, हमारी पुरानी पेंशन बहाली की बात आती है तो सब कुछ याद आने लगता है और गुणा गणित में लग जाते हैं कि सरकार पर या देश पर इतना बोझ पड़ेगा ।*
*साथियों! जब सदन में एक दूसरे पर कीचड़ के बावजूद अपने लाभ के लिए आनें वाले हर बिल को सर्वसम्मति से मेज थपथपा कर पास कर लेते हैं, विरोध में कभी एक स्वर नहीं उठता, विरोध में कोई बहस नहीं होती और विरोध में कोई वोट नहीं पड़ता तब हम शिक्षक व कर्मचारी अपने हित और सम्मान के लिये एकजुट क्यों नहीं हो सकते हैं??*
सरकार का चुनाव अभियान शुरू हो चुका है, सभी प्रमुख दल अपने चुनाव घोषणा पत्र को तैयार करनें लगे हैं, हमारे पास केवल 2 महीनें का समय शेष है, चुनाव के ऐन पहले सरकार आन्दोलन के खिलाफ कोई दमनकारी नीति नहीं अपनायेगी, सरकार पूरी तरह दबाव में रहेगी, सरकार पूरी तरह बैकफुट में होगी, इसलिये सब लोग आइये, *सभी लोग मिलकर 21 जनवरी को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन व 28 जनवरी के मशाल जुलूस को ऐसा ऐतिहासिक बना दें कि सरकार हिल जाये, पुरा देश पुरानी पेंशन बहाली की लडाई में एक साथ खड़ा हो जाये, पूरे देश के प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व सोशल मीडिया में यह आन्दोलन छा जाये और इस दबाव को सरकार न झेल पाये, जिससे हमारी पुरानी पेंशन हमको वापस मिल सके!*
*छीनता हो स्वत्व कोई और तूं त्याग तप से काम ले, यह पाप है!*
*पुण्य है विच्छिन्न कर देना उसे, बढ़ रहा तेरी तरफ जो हाथ है!!*
*आइये हम सब मिलकर 21 जनवरी 2019 को एक इतिहास लिखते हैं!*
*आपके अपने संघर्ष में आप सबकी प्रतीक्षा में आपका*
*केशवमणि त्रिपाठी (जिला अध्यक्ष- कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच/UPPSS, महराजगंज)*
*श्रीभागवत सिंह (जिला संयोजक- कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच महराजगंज)*
*सत्येन्द्र कुमार मिश्र(वरिष्ठ उपाध्यक्ष/जिलामंत्री-कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच/UPPSS, महराजगंज)*
*मनौवर अली (जिलाकोषाध्यक्ष कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच/UPPSS, महराजगंज)*
*कमलेश सिंह(चेयरमैन संघर्ष समिति कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच महराजगंज)*
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
*दयानन्द त्रिपाठी, चन्द्रभान प्रसाद*
*(मीडिया प्रभारी)*
*कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच*
*जनपद - महराजगंज उत्तर प्रदेश*
💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥
🐅🐅🐅🐅🐅🐅🐅🐅🐅🐅🐅🐅🐅