6 से 14 साल के दिव्यांग बच्चों के सर्वे को मिले 6.38 लाख
सीतापुर : विशिष्ट आवश्यकता वाले (दिव्यांग) बच्चों की पहचान व उनकी जरूरतों को पूरा करने के संबंध में उनके सर्वेक्षण के आदेश जारी हो गए हैं। इसके लिए राज्य परियोजना निदेशक डॉ. वेदपति मिश्र ने जिले के सभी 2318 राजस्व गांवों के लिए 295 रुपये की दर से 6,38,810 रुपये की धनराशि जारी की है। मालूम हो कि नि:शक्त व्यक्ति अधिकार अधिनियम-2016 में 21 प्रकार की दिव्यांगताएं दर्शाई गई हैं। इन दिव्यांगताओं से प्रभावित 6-14 वर्ष की आयु वाले बच्चों का सर्वेक्षण व पहचान की जानी है। इन बच्चों की समावेशी शिक्षा के लिए मॉडल गाइडलाइन व कार्ययोजना भी जारी होनी है। इससे पहले ऐसे सभी 6-14 साल की आयु वाले बच्चों की पहचान पहले से कर लेना आवश्यक है। निर्देश हैं कि प्रथम चरण के सामान्य अध्यापकों द्वारा अन्य बच्चों के सर्वे के साथ ही विशिष्ट आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों की स्क्री¨नग की गई है। इन स्क्री¨नग किए गए बच्चों की सूची जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा) के द्वारा विकास खंडों से प्राप्त कर जिले स्तर पर संकलित करनी है। फिर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति दिव्यांग बच्चों के सर्वेक्षण व परीक्षण के लिए कार्ययोजना तैयार करेगी। कार्ययोजना इस तरह तैयार करने के निर्देश हैं कि सर्वे से एक भी जरूरतमंद बच्चों छूटने न पाए। स्क्री¨नग बच्चों की सूची अनुसार द्वितीय चरण में या पुन: सर्वेक्षण के लिए मजरा, बस्ती, गांव वार, ब्लॉक वार बच्चों का परीक्षण इंटीनरेंट या रिसोर्स टीचर्स एवं फिजियोथेरेपिस्ट के द्वारा किया जाएगा। परीक्षण के समय इंटीनरेंट, रिसोर्स टीचर्स एवं फिजियोथेरेपिस्ट के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा और ग्राम प्रधान से भी संपर्क किया जाना जरूरी रहेगा। सर्वे के लिए निर्धारित समय
दिव्यांग बच्चों का सर्वे 16 फरवरी तक।
सर्वे के बच्चों की सूची एकत्रीकरण 23 फरवरी तक।