लखनऊ : 68,500 शिक्षक भर्ती में पुनर्मूल्यांकन के रिजल्ट का इंतजार हुआ लम्बा -सितम्बर में किये गये थे आवेदन
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ । 68,500 शिक्षक भर्ती में पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट तैयार है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी को रिजल्ट भेज दिया है। तीन महीने से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन अभी तक रिजल्ट जारी नहीं किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, विभागीय अपर मुख्य सचिव बैठकों में कई बार परीक्षा नियामक प्राधिकारी को रिजल्ट जारी करने के लिए निर्देशित कर चुके हैं। विभाग में चर्चा है कि पुनर्मूल्यांकन में लगभग एक हजार अभ्यर्थी और पास पाए गये हैं, इसी के चलते रिजल्ट को दोबारा जारी करने में अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद अक्टूबर, 2018 में पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन मांगे गये। शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में 1,70,873 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। लगभग 32 हजार अभ्यर्थियों ने इसके लिए आवेदन किया है। पुनर्मूल्यांकन में कॉपियां जांचने के लिए एससीईआरटी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी लेकिन अभी तक इसका रिजल्ट जारी नहीं किया गया है।
मुख्यमंत्री द्वारा बनाई गई कमेटी ने 55 ऐसे अभ्यर्थियों को चिह्नित किया था जो शिक्षक भर्ती में चयनित थे लेकिन कॉपियों में फेल हैं। वहीं इतने ही ऐसे भी थे जो कॉपियों में पास थे लेकिन उन्हें फेल दिखाया गया था। वहीं जो अभ्यर्थी इस समय नौकरी कर रहे हैं और वे पुनर्मूल्यांकन के रिजल्ट में फेल पाये जाएंगे तो उन्हें हटाना भी एक चुनौती होगी, क्योंकि वे 6 महीने सरकारी नौकरी कर चुके हैं।