तीन बच्चों को पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक नियुक्त
संवाद सहयोगी, जालौन : बेसिक शिक्षा विभाग अपनी कार्य प्रणाली को लेकर हमेशा चर्चा में रहता है...
संवाद सहयोगी, जालौन : बेसिक शिक्षा विभाग अपनी कार्य प्रणाली को लेकर हमेशा चर्चा में रहता है। इसे विभाग की लापरवाही कहें या सोची समझी रणनीति कि एक तरफ स्कूलों में अध्यापकों की कमी है और एकल स्कूल में ज्यादा अध्यापकों की तैनाती है। हाल यह हाल है कि प्राथमिक विद्यालय लहरउआ में सिर्फ 3 छात्र पंजीकृत हैं, जिन्हें पढ़ाने के लिए 3 अध्यापक पदस्थ हैं।
प्राथमिक विद्यालय लहरउआ में सिर्फ 3 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। कक्षा 5 की प्रतिज्ञा, कपिल, नैन्सी को पढ़ाने के लिए तीन अध्यापकों की नियुक्ति है। शनिवार को विद्यालय में एक भी बच्चा नहीं था और प्रधानाध्यापिका रीना ने बताया कि विद्यालय में सिर्फ कक्षा 5 के 3 बच्चे पंजीकृत हैं। जो उनके खेतों में मटर टूटने के कारण नहीं आए हैं। बच्चों को पढ़ाने के लिए नियुक्त सहायक अध्यापक नीता देवी बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी पर गईं हैं जबकि शिक्षामित्र शांति देवी अवकाश पर हैं। वहीं बच्चों के न आने के कारण रसोईया संगीता देवी भी गायब थी। क्लास रूम बना स्टाफ रूम : बच्चों के पढ़ने के लिए बने क्लास रूम में रसोई घर के सामान के साथ लोहे की राड (सरिया) के साथ कबाड़ का सामान भरा हुआ है। जिसके कारण बच्चों के बैठने के लिए जगह भी नहीं है। उधर विद्यालय परिसर में बच्चों के लिए पेयजल के लिए लगा हैंडपंप महीनों से खराब चल रहा है। जिसके कारण बच्चों के लिए पेयजल की भी व्यवस्था नहीं है। विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना भी भगवान भरोसे चल रहा है। खाना बनाने के लिए रखे गैस चूल्हे को देखकर ऐसा लगता है मानो लंबे समय से खाना बना ही न हो। यही कारण है कि चूल्हे के पास से सिलेंडर के अलावा गैस का पाइप भी गायब था। वह शीघ्र विद्यालय की बीईओ से रिपोर्ट लेकर अध्यापकों को हटाएंगे तथा भोजन बनाने की व्यवस्था हर हाल में चालू होगी।
-राजेश कुमार शाही, बीएसए