एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

प्रयागराज : निर्णय चयन बोर्ड का, जिम्मा यूपी बोर्ड पर डाला

0 comments

प्रयागराज : निर्णय चयन बोर्ड का, जिम्मा यूपी बोर्ड पर डाला

राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : अशासकीय माध्यमिक कालेजों में प्रधानाचार्य, प्रवक्ता व स्नातक शिक्षकों का चयन करने वाली परीक्षा संस्था माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने निर्णय खुद किया और उसका जिम्मा यूपी बोर्ड पर डाल दिया है। जबकि यूपी बोर्ड ने इस निर्णय पर असहमति जताई थी और निरस्त विषयों का इम्तिहान कराने का प्रस्ताव भी शासन को भेजा था। उस पर अब तक शासन ने कोई निर्णय ही नहीं लिया है।
असल में चयन बोर्ड यूपी बोर्ड सचिव के नौ जुलाई 2018 के उस पत्र का निरंतर हवाला दे रहा है जिसमें हाईस्कूल व इंटर के कुछ विषयों को हटाने का उल्लेख किया गया है। यह पत्र मिलने के बाद चयन बोर्ड ने 12 जुलाई 2018 को प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक चयन वर्ष 2016 के विज्ञापन से हाईस्कूल के छह व इंटर के दो विषयों का विज्ञापन निरस्त कर दिया। इसमें 321 पद घट गए और करीब सत्तर हजार अभ्यर्थी लिखित परीक्षा से बाहर हो गए। उनमें से 67 हजार से अधिक अभ्यर्थी केवल हाईस्कूल जीव विज्ञान विषय के ही हैं। यह प्रकरण तूल पकड़ने पर यूपी बोर्ड ने स्पष्ट किया कि विषय हटाए नहीं गए बल्कि वे पाठ्यक्रम में समाहित हुए हैं। जीव विज्ञान व अन्य विषयों का अंश अब भी पाठ्यक्रम का हिस्सा है। यह प्रकरण शासन तक पहुंचने पर यूपी बोर्ड से प्रस्ताव मांगा गया, क्योंकि यूपी बोर्ड ही चयन बोर्ड से होने वाले चयन की अर्हता तय करता है। बोर्ड ने प्रस्ताव दिया कि निरस्त विषयों की परीक्षा कराई जाए। इसके बाद भी उस पर निर्णय नहीं लिया जा सका है। यह जरूर है कि चयन बोर्ड ने निरस्त विषयों के अभ्यर्थियों से दूसरे विषयों में ऑनलाइन आवेदन मांगे जिसमें गिने-चुने अभ्यर्थियों ने ही आवेदन किया है, क्योंकि अधिकांश अभ्यर्थी दूसरे विषय के लिए अर्ह ही नहीं है। यह प्रकरण शिकायत जनपोर्टल तक पहुंचा तो चयन बोर्ड ने यूपी बोर्ड के पत्र का आधार बनाकर जवाब दिया है।

राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : इम्तिहान छोड़ने वाले परीक्षार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जल्द ही यह संख्या छह लाख तक पहुंचेगी। बोर्ड ने 2019 की परीक्षा के लिए पंजीकरण में लगभग आठ लाख परीक्षार्थी घटने पर कहा था कि पहले ही ऐसे परीक्षार्थियों ने किनारा कर लिया है, जो नकल के भरोसे हैं। उसके बाद भी बड़ी संख्या में परीक्षा छोड़ने से शासन तक चौकन्ना है।
सूबे में हाईस्कूल व इंटर में तीन परीक्षार्थी नकल करते पकड़े गए हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा में गुरुवार को प्रथम पाली में हाईस्कूल में रंजन कला व इंटर में व्यावसायिक वर्ग की शस्य विज्ञान व कंप्यूटर की परीक्षा हुई। इसके लिए 1251 परीक्षा केंद्रों पर 18 हजार 951 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। जबकि, दूसरी पाली में हाईस्कूल की सिलाई व इंटरमीडिएट की नागरिक शास्त्र की परीक्षा 7430 केंद्रों पर हुई। इसके लिए चार लाख 40 हजार 497 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक की परीक्षा में कुल 34 के खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई है। हाईस्कूल की परीक्षा में दो बालक और इंटर में एक बालिका सहित कुल तीन नकल करते पकड़े गए हैं। अब तक नकल करते पकड़े परीक्षार्थियों की संख्या 234 हो गई है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।