स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देगी सरकार
जागरण संवाददाता, रामपुर : केंद्र और प्रदेश सरकार स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देगी।...
रामपुर : केंद्र और प्रदेश सरकार स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देगी। खेलों को पाठ्यक्रम से भी जोड़ा जाएगा। सरकार ने खेलों का सामान खरीदने के विद्यालयों को धनराशि भी जारी कर दी है। प्राथमिक विद्यालय को पांच व जूनियर को दस हजार रुपये के हिसाब से धनराशि जारी की गई है। पुरानी कहावत खेलोगे-कूदोगे होगे खराब, पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नवाब का अर्थ बदल गया है। अब पढ़-लिख ही नहीं खेलों में भी बच्चे बेहतर भविष्य बना सकते हैं। खेलना मानव की प्रवृति होती है। खेल बच्चों के लिए बहुत प्रिय होते हैं। खेल बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए जरूरी हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम में भी शिक्षण को खेलों के साथ जोड़ा गया है। कक्षा शिक्षण को खेल एवं गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है। ऐसा करने से शिक्षण कार्य बच्चों के लिए सरल एवं रुचिकर हो जाता है। खेल एवं गतिविधियों के द्वारा बच्चों के लिए सीखना आसान हो जाता है। देश और दुनिया में भी खेलों का महत्व कम नहीं है। आज युवा खेलों में अपना भविष्य संवार रहे हैं। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर केंद्र और राज्य सरकारें स्कूलों में खेलों को बढ़ावा दे रहीं हैं। खेलों को पाठ्यक्रम से जोड़ा जा रहा है। दो दिन पूर्व लखनऊ में हुई समीक्षा बैठक में बेसिक शिक्षा परिषद के डायरेक्टर सर्वेंद्र कुमार विक्रम व सचिव रूबी ¨सह ने प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों एवं जिला व्यायाम शिक्षकों को इस संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश दिए। साथ ही प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में विगत दो वर्षों में संकुल से लेकर मंडल और राज्य स्तरीय खेलों की समीक्षा की। जिला व्यायाम शिक्षक सलीम मियां ने बताया कि खेलों को पाठ्यक्रम से जोड़ा जाएगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी ने बताया कि खेलों को बढ़ावा देने एवं बच्चों में छुपी खेल प्रतिभाओं को उभारने के लिए खेलों को शिक्षण से जोड़ा जाएगा। खेल सामग्री क्रय करने के लिए विद्यालयों को धनराशि भेजी जा रही है। प्राथमिक के लिए पांच और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के लिए दस हजार रुपये आवंटित किए गए हैं। खेल सामग्री क्रय करने के संबंध में अवयश्यक दिशा-निर्देश शिक्षकों को दिए जा रहे हैं।