ऐसे तो बदलने से रही स्कूलों की सूरत
Publish Date:Sat, 02 Feb 2019 12:00 AM (IST)चित्र परिचय : 01 बीएलएम 012 से 015 तक सब हेड : संवादसूत्र, श्रीदत्तगंज (बलरामपुर) : ऑपरेशन कायाकल्प के तहत परिषदीय स्कूलों की सूरत बदलने की योजना ग्राम प्रधानों की मनमानी से परवान नहीं चढ़ पा रही है। 14वें वित्त से भरपूर बजट होने के बाद भी प्रधान सीडीओ के फरमान को ठेंगा दिखा रहे हैं। स्कूलों की रंगाई-पोताई, शौचालय व पेयजल व्यवस्था ध्वस्त है। शौचालय के अभाव में सबसे ज्यादा परेशानी महिला शिक्षकों को होती है। ²श्य एक : शिक्षा क्षेत्र में स्थित प्राथमिक विद्यालय नंदमहरा में 12...
बलरामपुर : ऑपरेशन कायाकल्प के तहत परिषदीय स्कूलों की सूरत बदलने की योजना ग्राम प्रधानों की मनमानी से परवान नहीं चढ़ पा रही है। 14वें वित्त से भरपूर बजट होने के बाद भी प्रधान सीडीओ के फरमान को ठेंगा दिखा रहे हैं। स्कूलों की रंगाई-पोताई, शौचालय व पेयजल व्यवस्था ध्वस्त है। शौचालय के अभाव में सबसे ज्यादा परेशानी महिला शिक्षकों को होती है। बावजूद इसके जिम्मेदार धरातल पर उतरने के बजाय कागजी घोड़े दौड़ाकर सब कुछ ठीकठाक होने का दावा कर रहे हैं। ²श्य एक : प्राथमिक विद्यालय नंदमहरा में 128 बच्चे नामांकित हैं। इंचार्ज प्रधानाध्यापक पंकज समेत चार शिक्षकों की तैनाती है। खिड़की व फर्श टूटी है। विद्यालय की रंगाई-पोताई के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा किया गया है। भवन पर विद्यालय का नाम तक अंकित नहीं है। परिसर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। शौचालय बदहाल होने से बच्चे खुले में शौच जाने को विवश हैं। ²श्य दो : उच्च प्राथमिक विद्यालय नंदमहरा का भवन बदहाल है। खिड़की व फर्श टूटी हुई है। विद्यालय की रंगाई-पोताई नहीं हुई है। प्रधानाध्यापक रफीक व एक अनुचर की तैनाती है। विद्यालय में चहारदीवारी न होने से परिसर में बेसहारा जानवरों का जमावड़ा लगा रहता है। विद्यालय परिसर में बना आंगनबाड़ी केंद्र भी बदहाल है।
जिम्मेदार के बोल :
-ग्राम प्रधान सद्दाम ने बताया कि बजट न मिलने से काम नहीं शुरू हो पाया था। अब बजट मिल गया है। शीघ्र की विद्यालय का कायाकल्प कराया जाएगा। ग्राम पंचायत सचिव नवीन मिश्र ने बताया कि 15 दिन पहले गांव का प्रभार मिला है। शीघ्र की सर्वे कर मरम्मत के लिए कवायद की जाएगी।
Posted By: Jagran