बेटे के सेंटर पर परीक्षक बने पिता को ड्यूटी से हटाया
जागरण संवाददाता, लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय की बीए, बीएससी और बीकॉम के दूसरे व तीसरे वर्ष की परीक्षाओं को लेकर नई व्यवस्था शुरू की जा रही है। 25 फरवरी से होने वाली परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र और स्कीम साथ में दी जाएगी। जिससे छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी।
परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके शर्मा ने बताया कि छात्र अपनी आइडी से लॉगिन कर प्रवेश पत्र भी डाउनलोड कर सकते हैं। जिससे परीक्षा कार्यक्रम को लेकर किसी तरह का संशय न रहे। यदि किसी कारण किसी विषय की परीक्षा में बदलाव किया जाता है तो उसकी जानकारी विवि की वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी। बता दें कि राज्यपाल व कुलाधिपति राम नाईक ने सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों को सभी विषयों एवं पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं फरवरी माह के अंतिम सप्ताह से 31 मार्च के बीच कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं समय पर मूल्यांकन करा 15 जून से पहले परीक्षा परिणाम घोषित करने को कहा है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ : यूपी बोर्ड परीक्षा में सिस्टम की सेंधमारी का ‘दैनिक जागरण’ ने खुलासा किया तो शिक्षा विभाग के अफसरों की आंख खुली। जागरण में शनिवार के अंक में ‘पापा कक्ष निरीक्षक, बेटा परीक्षार्थी!’ शीर्षक से प्रकाशित खबर का संज्ञान लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बेटे के परीक्षा केंद्र जनता इंटर कॉलेज में कक्ष निरीक्षक के तौर तैनात पिता कमलेश कुमार को बोर्ड ड्यूटी से हटा दिया। डीआइओएस ने शिक्षक के विरुद्ध जांच कराए जाने के भी आदेश दिए हैं।
कक्ष निरीक्षकों की तैनाती में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के बाबुओं की भूमिका अहम है। कमलेश कुमार को परीक्षक बनाए जाने में कार्यालय के बाबुओं की मिलीभगत सामने आ रही है। जानकार बताते हैं कि विभाग को संबंधित शिक्षक से इस बात का लिखित लेना होता है कि जहां उनकी ड्यूटी लगाई जा रही है, वहां संबंधित शिक्षक का पाल्य (पुत्र अथवा पुत्री) परीक्षा तो नहीं दे रहा है। मगर बाबुओं ने ऐसा नहीं किया। वहीं, बोर्ड परीक्षा में लगाए गए शिक्षकों से परीक्षा के पहले दिन नो रिलेशन सर्टिफिकेट पर हस्ताक्षर कराए जाते हैं। मगर कक्ष निरीक्षक कमलेश कुमार सरोज ने न तो सर्टिफिकेट पर हस्ताक्षर किया और न ही केंद्र व्यवस्थापक ने हस्ताक्षर लेने की जरूरत समझी।
केंद्र में मनमाने तरीके से बनता था ड्यूटी चार्ट : विद्यालय से जुड़े जानकार बताते हैं कि बोर्ड परीक्षा के दौरान जनता इंटर कॉलेज में नकल के लिए सेटिंग की जा चुकी थी। यहां मनमाने तरीके से परीक्षा होने के बाद ड्यूटी चार्ट तैयार किया जाता था। परीक्षा के दौरान कौन कक्ष निरीक्षक ड्यूटी पर रहेगा, यह ड्यूटी चार्ट पर नहीं भरा जाता था।