विद्यालयों में संसाधन के अभाव में नहीं रुकेगा बच्चों का खेल
बाराबंकी : अब परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के खेल में संसाधन की कमी सामने नहीं आएगी। शासन से जिले के तीन हजार 56 विद्यालयों को धनराशि भेज दी गई है, जिससे खेल सामग्री खरीदी जाएगी।...
बाराबंकी : अब परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के खेल में संसाधन की कमी सामने नहीं आएगी। शासन से जिले के तीन हजार 56 विद्यालयों को धनराशि भेज दी गई है, जिससे खेल सामग्री खरीदी जाएगी। पहली बार हुआ है कि जिन स्कूलों में अनुदेशक नहीं हैं, वहां भी पैसा भेजा गया है, जिससे हर स्कूल में खेलकूद कराया जा सके।
प्रति प्राथमिक विद्यालय में पांच हजार रुपये और पूर्व माध्यमिक विद्यालय में दस हजार रुपये भेजा गया है। जिन विद्यालयों में पर्याप्त खेल मैदान नहीं हैं, वहां पर बच्चों के लिए इंडोर गेम की सामग्री खरीदी जाएगी। खेल सामग्री कोई भी खरीदी जा सकेगी। खेल सामग्री खरीदने समिति में दो अभिभावक होने जरूर हैं। विद्यालय प्रबंध समिति का अध्यक्ष और समिति में प्रधानाध्यापक रहेंगे। व्यायाम शिक्षक, अनुदेशक सदस्य रहेंगे। गठित कमेटी तय करेगी कि बच्चों के लिए कौन से खेलकूद सामग्री खरीदी जाए। खेल संबंधी बैठक, स्टॉक, गतिविधियों का रजिस्टर स्कूलवार तैयार होगा। हर शनिवार को होगी खेल प्रतियोगिता : स्कूल में हर शनिवार को खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी, जिसमें बच्चे प्रतिभाग करेंगे। इसके अलावा महीने के दूसरे शनिवार को न्याय पंचायतवार प्रतियोगिता आयोजित कराई जाएगी, जिसमें उस क्षेत्र के सभी विद्यालयों के छात्र और छात्राएं भाग लेंगी। हर महीने होगी खेल संबंधी बैठक : विद्यालय कमेटी रोस्टर बनाएगी, रोस्टर के मुताबिक ही खेलकूद कराएं जाएंगे। हर महीने खेल संबंधी बैठक जिले स्तर पर आयोजित होगी, उसके बाद ब्लॉक स्तर पर अनुदेशकों की बैठक खंड शिक्षा अधिकारी करेंगे।
''खेलकूद संबंधी सामग्री हर स्कूल में खरीदा जाएगा। जहां अनुदेशक नहीं हैं, वहां पर भी खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। खेल मैदान के अनुसार ही सामग्री खरीदी जाएगी। इस बार नये नियमों से बच्चों की प्रतिभा निखारने के लिए खेलकूद प्रतियोगिताएं होंगी। '' वीपी ¨सह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बाराबंकी।