जूनियर हाईस्कूल में जनशक्ति का निर्धारण अतार्किक
विभिन्न मांगों को लेकर अशासकीय सहायता प्राप्त अनुदानित जूनियर बेसिक शिक्षक संघ के शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया।...
जागरण संवाददाता, मऊ : विभिन्न मांगों को लेकर अशासकीय सहायता प्राप्त अनुदानित जूनियर बेसिक शिक्षक संघ के शिक्षकों ने सोमवार को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया। जूनियर हाईस्कूलों में निश्शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम के मानकों के आधार पर जनशक्ति के निर्धारण को अतार्किक बताया। मांग किया कि इस हेतु प्रशासन द्वारा जारी परिपत्र पर पुनर्विचार करने हेतु निर्देशित किया जाए। इस दौरान शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन बीएसए को सौंपा।
जिलाध्यक्ष मुखलाल यादव ने कहा कि जनशक्ति निर्धारण को अतार्किक बताते हुए कहा कि नवीन जनशक्ति में न्यूनतम तीन सहायक अध्यापकों का मानक आरटीई 2009 के अधीन घोषित किया गया है। आरटीई को तैयार करते समय अधिकारियों, शिक्षाविदों ने संभवत: इस तथ्य पर ध्यान नहीं दिया कि कक्षा छह से आठ तक विषयानुसार आठ वादन की पढ़ाई की व्यवस्था है। तीन कक्षाओं के परिपेक्ष्य में वादन प्रतिदिन आयोजित होती है। अब तीन सहायक अध्यापक जहां 100 से कम छात्र हैं और प्रधानाध्यापक नहीं हैं में से प्रत्येक को प्रतिदिन आठ वादन शिक्षण कार्य करना होगा जो शिक्षा मनोविज्ञान के अनुसार थकान, अवसाद, अरुचि पैदा करेगा। अत: सहायक अध्यापकों के चार पद पूर्ववत किए जाएं। कहा कि संस्था में समूह ग का एक पद व समूह घ का एक पद पूर्व से मान्य चला आ रहा है जिसे 15 जनवरी के परिपत्र द्वारा मृत संवर्ग घोषित कर दिया गया। संस्था में अनुचर समूह घ का पद नहीं होने से वादन बजाने, कक्षा सफाई, धुलाई, फर्नीचरों की सफाई, बागवानी जैसे कार्य प्रभावित होंगे। इस अवसर पर अवधेश कुमार राय, आलोक कुमार ¨सह, हरेंद्र चौरसिया, रामसमुझ चौहान, राजेश ¨सह, रामाश्रय ¨सह आदि उपस्थित थे।