शिक्षण संबंधी परिणाम प्रशिक्षण में हिस्सा लेंगे 4550 शिक्षक
जागरण संवाददाता, महराजगंज: जिले के सभी ब्लाकों में कार्यरत परिषदीय शिक्षकों को शिक्षण संबंधी परिणाम(लर्निंग आऊटकम) का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंशा है कि प्रशिक्षण के माध्यम से उनके व बच्चों के ज्ञान के स्तर को बढ़ाते हुए शिक्षा की बेहतरी में योगदान दिया जा सके।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षण प्रभारी रामजी ने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों के 3421 शिक्षक व जूनियर विद्यालयों के 1129 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाना है। सदर ब्लाक के 410, मिठौरा ब्लाक के 388, निचलौल ब्लाक के 393, सिसवा ब्लाक के 328, घुघली ब्लाक के 385, परतावल ब्लाक के 444, धानी ब्लाक के 146, फरेंदा ब्लाक के 381, बृजमनगंज ब्लाक के 318, लक्ष्मीपुर ब्लाक के 386 तथा नौतनवा ब्लाक के 525 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रशिक्षण के माध्यम से यह भी देखा जाएगा कि उनके द्वारा बच्चों को जो शिक्षा दी जा रही है वह कितनी कारगर है, सुधार की दृष्टि से और क्या प्रबंध किया जा सकता है। प्रशिक्षकों द्वारा शिक्षकों को यह भी जानकारी दी जाएगी कि किस प्रकार विद्यालय में शैक्षिक वातावरण को बेहतर बनाया जाए तथा बच्चों की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि की जा सकें ।
जागरण संवाददाता, महराजगंज: जिले के सभी ब्लाकों में कार्यरत परिषदीय शिक्षकों को शिक्षण संबंधी परिणाम(लर्निंग आऊटकम) का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंशा है कि प्रशिक्षण के माध्यम से उनके व बच्चों के ज्ञान के स्तर को बढ़ाते हुए शिक्षा की बेहतरी में योगदान दिया जा सके।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षण प्रभारी रामजी ने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों के 3421 शिक्षक व जूनियर विद्यालयों के 1129 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाना है। सदर ब्लाक के 410, मिठौरा ब्लाक के 388, निचलौल ब्लाक के 393, सिसवा ब्लाक के 328, घुघली ब्लाक के 385, परतावल ब्लाक के 444, धानी ब्लाक के 146, फरेंदा ब्लाक के 381, बृजमनगंज ब्लाक के 318, लक्ष्मीपुर ब्लाक के 386 तथा नौतनवा ब्लाक के 525 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रशिक्षण के माध्यम से यह भी देखा जाएगा कि उनके द्वारा बच्चों को जो शिक्षा दी जा रही है वह कितनी कारगर है, सुधार की दृष्टि से और क्या प्रबंध किया जा सकता है। प्रशिक्षकों द्वारा शिक्षकों को यह भी जानकारी दी जाएगी कि किस प्रकार विद्यालय में शैक्षिक वातावरण को बेहतर बनाया जाए तथा बच्चों की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि की जा सकें ।