एक विद्यालय पर दो प्रधानाध्यापकों का विवाद
जासं खानपुर (गाजीपुर) क्षेत्र के गौरी स्थित प्राथमिक विद्यालय पर पिछले दो माह से दो प्रधानाध्यापकों के विवाद में बच्चों का पठन-पाठन बाधित हो रहा है। इसकी जानकारी अधिकारियों को होने के बावजूद हल नहीं निकाला जा रहा है। ऐसे में रसोइयों के मानदेय का भुगतान भी नहीं हो रहा है। मंगलवार को पंजीकृत...
जासं, खानपुर (गाजीपुर) : क्षेत्र के गौरी स्थित प्राथमिक विद्यालय पर पिछले दो माह से दो प्रधानाध्यापकों के विवाद में बच्चों का पठन-पाठन बाधित हो रहा है। इसकी जानकारी अधिकारियों को होने के बावजूद हल नहीं निकाला जा रहा है। ऐसे में रसोइयों के मानदेय का भुगतान भी नहीं हो रहा है। मंगलवार को पंजीकृत 81 बच्चों में 78 परीक्षा दे रहे थे। यहां पर शिक्षामित्र मीना देवी के अलावा दो प्रधानाध्यापक शिवपाल सिंह व संजीव सिंह तैनात हैं।
गौरी के प्राथमिक विद्यालय पर प्रधानाध्यापक का पद खाली होने से डेढ़ वर्ष पूर्व श्रृंगारपुर प्राथमिक विद्यालय से संजीव सिंह को वहां अस्थायी तौर पर संबद्ध कर दिया गया। जनवरी में तेतारपुर से स्थानांतरित होकर प्रधानाध्यापक पद पर शिवपाल सिंह को स्थायी तौर पर नियुक्त किया गया। श्रृंगारपुर विद्यालय से वेतन उठा रहे गौरी प्राथमिक विद्यालय के अस्थायी संजीव सिंह ने नए प्रधानाध्यापक को चार्ज लेने नहीं दिया और विद्यालय के सारे अभिलेख, पासबुक, चेकबुक अपने साथ रख लिया। इसे लेकर दोनों प्रधानाध्यापकों के बीच विवाद हो गया, इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। जब इसकी शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी सैदपुर मनोज शर्मा से की गई तो उन्होंने विवाद को सुलझाने के बजाय नये प्रधानाध्यापक का नया बैंक खाता, चेकबुक और लागबुक बनवा दिया। इस विवाद के चलते अब तक रसोइयों का मानदेय तक नहीं मिला है। ग्राम प्रधान रमाशंकर सिंह ने बताया कि एक प्रधानाध्यापक को बीएसए द्वारा और दूसरे प्रधानाध्यापक को एबीएसए द्वारा संरक्षण मिल रहा है। दोनों अधिकारियों के संज्ञान में मामला होने के बावजूद अभी तक किसी एक को यहां से हटाया नहीं जा सका। मैं खुद दोपहर का भोजन बनवाता हूं।
------- मूल तैनाती स्थल पर जाएंगे संजीव सिंह
- प्राथमिक विद्यालय गौरी पर अस्थाई रूप से बतौर प्रधानाध्यापक तैनात संजीव सिंह को वहां से हटा दिया गया है। होली बाद वह अपने मूल तैनाती स्थान पर चले जाएंगे। रसोइयों का मानदेय दो दिन पहले शासन से प्राप्त हुआ है, शीघ्र ही उसका भुगतान कर दिया जाएगा।
- मनोज शर्मा, खंड शिक्षाधिकारी सैदपुर।