सौभाग्य से नहीं दूर होगा स्कूलों का अंधेरा
सरकारी भवनों कय केंद्रों पर बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।...
हरदोई : गांवों एवं ग्रामीणों के घरों तक बिजली पहुंचाने के लिए सौभाग्य के तहत गांवों का विद्युतीकरण और लोगों को कनेक्शन दिए गए हैं, लेकिन विद्यालयों का अंधेरा नहीं दूर हो सका है। सौभाग्य से विद्यालयों एवं सरकारी भवनों को कनेक्शन देने पर प्रबंध निदेशक ने रोक लगा रखी है। ऐसे में जिले में बड़ी संख्या में प्राथमिक एवं जूनियर हाईस्कूल भवनों में अभी तक बिजली की उपलब्धता नहीं हो पाई है।
लोकसभा सामान्य चुनाव के मतदान में केंद्रों पर सभी एएमएफ (एश्योर्ड मिनिमम फैसिलिटी) के तहत अन्य सुविधाओं के साथ बिजली की भी उपलब्धता कराई जानी है। वैसे तो विभाग ने सभी गांवों को सौभाग्य में विद्युतीकृत कर दिया है, लेकिन अब जब मतदेय केंद्रों पर बिजली उपलब्धता की जानकारी जुटाई गई तो खुलासा हुआ कि करीब 1111 विद्यालयों में बिजली कनेक्शन ही नहीं हैं। विद्यालयों में कनेक्शन दिए जाने पर बिजली विभाग के अभियंताओं ने प्रबंध निदेशक की ओर से सौभाग्य में व्यवस्था न होने की बात कहते हुए हाथ खड़े कर दिए हैं। अधीक्षण अभियंता का कहना है कि स्टीमेट के अनुसार भुगतान पर ही कनेक्शन दिए जा सकेंगे।
बताया गया कि अभी बिजली विभाग ने 55 भवनों को कनेक्शन दिए हैं, जबकि 1706 मतदेय केंद्रों के लिए 1111 भवनों में कनेक्शन दिए जाने हैं। एएमएफ प्रभारी अधिकारी सीडीओ आनंद कुमार का कहना है कि बिजली विभाग के अभियंताओं से स्टीमेट प्राप्त किए गए हैं। पंचायतीराज विभाग के माध्यम से भुगतान कराते हुए कनेक्शन कराए जा रहे हैं, ताकि सभी 3431 मतदेय केंद्रों पर बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।