समय से नहीं खुलते स्कूल के द्वार, गुरू जी का रहता इंतजार
चित्तौरा ब्लॉक के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। गुरू जी से पहले बच्चे स्कूल पहुंच जाते हैं। स्कूल के द्वार भी समय से नहीं खुलते। विद्यालयों में साफ-सफाई व्यवस्था व शौचालय भी बदहाल हैं। ऐसे...
संसू, रिसियामोड़ (बहराइच): चित्तौरा ब्लॉक के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। गुरू जी से पहले बच्चे स्कूल पहुंच जाते हैं। स्कूल के द्वार भी समय से नहीं खुलते। विद्यालयों में साफ-सफाई व्यवस्था व शौचालय बदहाल हैं। ऐसे में सब पढ़ें-सब बढ़ें का नारा कैसे बुलंद होगा। मंगलवार को दैनिक जागरण टीम ने विद्यालयों का जायजा लिया। प्रस्तुत है रिपोर्ट- समय : सुबह 9.15 बजे। स्थान : प्राथमिक विद्यालय संकल्पा माफी। यहां तैनात शिक्षिका सोनू सिंह छात्र-छात्राओं को प्रार्थना करवा रही थीं। यहां 75 बच्चे पंजीकृत हैं। इनमें 70 मौजूद थे। विद्यालय में चहारदीवारी न होने से बच्चों के सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। समय : सुबह 9.40 बजे। स्थान : प्राथमिक विद्यालय मंगलपुरवा सिगहा। स्कूल का मुख्य द्वार बंद था। बच्चे दरवाजे को फांद कर स्कूल परिसर में घुस रहे थे। परिसर की साफ-सफाई में जुट गए। यहां तैनात शिक्षक-शिक्षिकाओं के न पहुंचने के कारण बच्चे बरामदे में बैठ कर किताब पढ़ते हुए गुरू जी का इंतजार करने लगे। कुछ ही देर में शिक्षिका रेखा रानी विद्यालय का द्वार खोलकर दाखिल हुईं। उन्होंने बताया कि समय से आटो न आने की वजह से देरी हुई है। विद्यालय में बना शौचालय बदहाल पड़ा है। कमरे व रसोई घर का दरवाजा टूट चुका है। समय : सुबह 10.15 बजे। स्थान : पूर्व माध्यमिक विद्यालय बाबापुरवा, शिवपुर। यहां तैनात शिक्षिका जीनत कक्षा छह, सात व आठ के बच्चों को परीक्षा के लिए प्रश्न पत्र बांट रही थीं। प्रशिक्षण के लिए आए दो अन्य शिक्षक भी यहां मौजूद थे। समय : सुबह 10.25 बजे। स्थान : प्राथमिक विद्यालय शेखनपुरवा, सिगहा। शिक्षा मित्र अब्दुल कुद्दूस बच्चों को पढ़ा रहे थे। दूसरे कक्षा में आगा खान फाउंडेशन की ओर से बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। यहां तैनात अन्य शिक्षक प्रशिक्षण के लिए गए हुए थे।