प्राचार्य भर्ती के अभ्यर्थियों को देनी होगी योग्यता की परीक्षा
राब्यू, प्रयागराज : अशासकीय महाविद्यालयों में प्राचार्य बनने के इच्छुक उम्मीदवारों को किसी विषय की नहीं, बल्कि प्रशासनिक क्षमता, वित्तीय प्रबंधन और नीति-नियम आदि बिंदुओं पर लिखित परीक्षा देनी होगी। प्रश्नपत्र में जीएस यानी सामान्य अध्ययन के खंड से प्रश्नों के उत्तर देने अनिवार्य होंगे। यूपीएचईएससी (उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग) ने परीक्षा का पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है जिसे 15 को ऑनलाइन विज्ञापन के साथ जारी किया जाएगा। यूपीएचईएससी की ओर से विज्ञापन संख्या 48 के तहत 290 रिक्तियों पर प्राचार्य भर्ती की प्रक्रिया तय की गई है। 15 मार्च से 15 अप्रैल तक रजिस्ट्रेशन व 17 अप्रैल तक आवेदन जमा होना है। इस परीक्षा के जरिए प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में प्रिंसिपल पद पर नियमित चयन होगा। हालांकि इसके बाद भी 41 पद रिक्त ही रहेंगे क्योंकि महाविद्यालयों की संख्या 331 हैं। भर्ती में आवेदन करने वालों के लिए जो प्रश्नपत्र बनाया गया है उसका पाठ्यक्रम ही विभिन्न विषयों से हटकर है।राब्यू, प्रयागराज : अशासकीय महाविद्यालयों में प्राचार्य बनने के इच्छुक उम्मीदवारों को किसी विषय की नहीं, बल्कि प्रशासनिक क्षमता, वित्तीय प्रबंधन और नीति-नियम आदि बिंदुओं पर लिखित परीक्षा देनी होगी। प्रश्नपत्र में जीएस यानी सामान्य अध्ययन के खंड से प्रश्नों के उत्तर देने अनिवार्य होंगे। यूपीएचईएससी (उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग) ने परीक्षा का पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है जिसे 15 को ऑनलाइन विज्ञापन के साथ जारी किया जाएगा। यूपीएचईएससी की ओर से विज्ञापन संख्या 48 के तहत 290 रिक्तियों पर प्राचार्य भर्ती की प्रक्रिया तय की गई है। 15 मार्च से 15 अप्रैल तक रजिस्ट्रेशन व 17 अप्रैल तक आवेदन जमा होना है। इस परीक्षा के जरिए प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों में प्रिंसिपल पद पर नियमित चयन होगा। हालांकि इसके बाद भी 41 पद रिक्त ही रहेंगे क्योंकि महाविद्यालयों की संख्या 331 हैं। भर्ती में आवेदन करने वालों के लिए जो प्रश्नपत्र बनाया गया है उसका पाठ्यक्रम ही विभिन्न विषयों से हटकर है।