दूसरे जिले में तैनात शिक्षक को बनाया अराजक तत्व
जागरण संवाददाता इटावा पुलिस कब किसे क्या बना दे यह किसी को पता नहीं रहता है यह हकी...
जागरण संवाददाता, इटावा : पुलिस कब किसे क्या बना दे यह किसी को पता नहीं रहता है, यह हकीकत चुनाव की सुरक्षा को लेकर व्यापक पैमाने की गई निरोधात्मक कार्रवाई में उस समय प्रकट हुए जब शिक्षक को अराजक तत्व मानकर पाबंद किया गया। शिक्षक के पिता ने सिटी मजिस्ट्रेट सत्येंद्रनाथ शुक्ल के समक्ष न्याय की गुहार लगाई है।
शहर में थाना फ्रेंड्स कालोनी पुलिस ने बीते 31 मार्च को जयप्रकाश नगर महेरा चुंगी क्षेत्र के आशीष दुबे पुत्र लालजी दुबे सहित 10 लोगों को मतदान के दौरान बूथ पर अराजकता का प्रदर्शन करके शांति भंग करने की आशंका में 107-116 में पाबंद कर दिया। सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय से 15 अप्रैल को एक लाख रुपये की पाबंदी तथा दो जमानतें दाखिल करने का नोटिस पहुंचा तब परिजनों को मामले की जानकारी हुई। इससे त्रस्त पिता लालजी दुबे ने सिटी मजिस्ट्रेट के समक्ष कागजात प्रस्तुत करते हुए अनुरोध किया कि पुत्र बीते दशक से बाहर रह रहा है। तीन साल पूर्व से बलरामपुर जनपद के ब्लाक गैशणी में प्राथमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक के रूप में तैनात है। 16 अप्रैल को चुनाव के मद्देनजर इनोवेटिव पाठशाला प्रदर्शनी में ड्यूटी पर रहेगा। पुलिस ने किसी के भ्रमजाल में आकर उसे पाबंद कराया है। पुत्र के खिलाफ किसी भी जिले में आपराधिक अभियोग पंजीकृत नहीं है।