प्रयागराज : पुरानी भर्तियों में उलझा रहेगा माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी
प्रयागराज : लोकसभा चुनाव के ऐन मौके पर माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र ने तमाम विषयों के रिजल्ट जरूर जारी किए हैं। वर्ष 2011 प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक भर्ती के परिणाम भले ही बड़ी संख्या में घोषित हुए लेकिन, अब तक सभी रिजल्ट नहीं आ सके हैं। यह परिणाम देने में चयन बोर्ड को करीब एक वर्ष का लंबा वक्त लगा है। उसके बाद भी हाईकोर्ट के आदेश पर संशोधित रिजल्ट निकाले जा रहे हैं। ऐसे में अगले महीनों में ही पुरानी भर्तियां ही आगे बढ़ने की उम्मीद है।
चयन बोर्ड सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में वर्ष 2011 के लंबित परिणाम ही जारी होंगे, क्योंकि तमाम अहम विषयों के रिजल्ट अब भी अधर में है। इसके बाद वर्ष 2016 की भर्तियों को आगे बढ़ाने की बारी आएगी। ज्ञात हो कि चयन बोर्ड ने प्रवक्ता वर्ष 2016 की लिखित परीक्षा फरवरी और स्नातक शिक्षक की लिखित परीक्षा मार्च माह में कराई है। परीक्षार्थियों से उत्तर कुंजी पर आपत्ति ली गई है, हालांकि उसकी संशोधित उत्तर कुंजी जारी नहीं हुई है, कहा जा रहा है कि लिखित परीक्षा परिणाम के साथ ही वह जारी होगी। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन इस समय चल रहा है। लिखित परीक्षा का परिणाम कब तक आएगा यह भी अभी तय नहीं है। उसके बाद ही प्रवक्ता व स्नातक शिक्षकों के साक्षात्कार होंगे, फिर अंतिम परिणाम जारी किया जाएगा। अभ्यर्थियों की मानें तो जिस रफ्तार से चयन बोर्ड इधर कार्य कर रहा है, उसे देखते हुए 2016 की भर्ती पूरा होने में ही लंबा समय लग सकता है। वजह यह है कि चयन बोर्ड ने जिला विद्यालय निरीक्षकों के जरिए जिस तरह से उपलब्ध पदों का ब्योरा जारी किया है, उसे हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी चल रही है। यह प्रकरण तूल पकड़ सकता है। हालांकि चयन बोर्ड प्रतियोगी मोर्चा इस मुद्दे पर मौन हैं।
प्रधानाचार्यो के साक्षात्कार लंबित
चयन बोर्ड को वर्ष 2013 में विज्ञापित प्रधानाचार्य पद का साक्षात्कार भी कराना है, उनके पदों का सत्यापन करीब एक वर्ष से चल रहा है, वह अब तक पूरा नहीं हो सका है। वर्ष 2011 के प्रधानाचार्य पद का रिजल्ट भी रुका है। इसमें कानपुर मंडल का इंटरव्यू भी होना है।