जौनपुर : मंशा कान्वेंट को टक्कर देने की, किताबों का पता नहीं
जौनपुर: सूबे की सरकार ने कान्वेंट को टक्कर देने के लिए परिषदीय स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू की है, लेकिन किताबों का अभी तक अता-पता नहीं है। इतना ही नहीं अंग्रेजी माध्यम उच्च प्राथमिक स्कूलों में पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा इसके बारे में शिक्षकों तक को जानकारी नहीं है। ऐसे में शिक्षा की गुणवत्ता का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत मुफ्त किताबों के वितरण खामियों की भेंट चढ़ गया है। कई बार सत्ता परिर्वतन हुआ, हुक्मरान बदले पर विगत कई साल से लागू यह व्यवस्था आज तक पटरी पर नहीं आ सकी है। शिक्षण सत्र शुरू हुए बीस दिन हो गए अभी तक किताबों का वितरण नहीं हो पाया है। परिषदीय स्कूलों में किसी तरह पुरानी किताबों से पढ़ाने के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।
वहीं जनपद में अंग्रेजी माध्यम के 240 प्राथमिक विद्यालय और 22 जूनियर हाईस्कूल विद्यालय खोले गए हैं। नए शिक्षण सत्र में खुले स्कूलों में जहां आचार संहिता लगने के कारण शिक्षकों की तैनाती नहीं हुई। अंग्रेजी माध्यम उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पाठ्यक्रम का ही पता नहीं है। जनपद में 35 लाख किताबों की डिमांड भेजी गई है। इसमें से करीब छह लाख किताबें प्रकाशकों द्वारा आपूर्ति की गई हैं। किताबें को बीआरसी पर भेजी जा रही हैं। जल्द ही वितरण करा दिया जाएगा। उम्मीद है इस माह तक शत-प्रतिशत किताबों का वितरण हो जाएगा। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती के लिए आयोग से अनुमति मांगी गई है।