स्कूलों में अग्निशमन यंत्र खराब, कैसे बुझेगी आग
जागरण संवाददाता, महराजगंज: जिले के अधिकांश परिषदीय विद्यालयों में रखे गए अग्निशमन यंत्र जहां खराब है, वहीं शिक्षकों को भी उसे चलाने की जानकारी नही है। 1गर्मी के मौसम में आग लगने की घटनाओं के बढ़ने की आशंका रहती है। ऐसे में समय रहते यदि यंत्र को ठीक नहीं कराया गया तथा शिक्षकों को यंत्र चलाने के संबंध में प्रशिक्षण नहीं दिया गया तो आग की घटनाएं कभी भी अध्ययनरत बच्चों व कर्मियों को बड़ी क्षति पहुंचा सकती है। लिकेज व अन्य कारणों से विद्यालयों में आग लगने की घटनाएं सामने आती रही हैं, मगर उसे लेकर जिम्मेदार अब तक गंभीर नहीं हुए हैं। 1बुधवार को जागरण टीम ने स्कूलों में पहुंच यंत्रों व उसे चलाने की हकीकत को जानने का प्रयास किया तो पाया कि सुरक्षा के दृष्टिगत बेसिक शिक्षा विभाग को इस दिशा में विशेष पहल की जरूरत है। 1यह है विद्यालयों की स्थिति : प्राथमिक विद्यालय पनियरा प्रथम में एक पांच किग्रा. का अग्निशमन यंत्र रखा मिला। शिक्षक अखिलेश ने यंत्र दिखाया, मगर उस पर कहीं वैधता अवधि का विवरण नहीं मिला। प्राथमिक विद्यालय बसडीला में तीन यंत्र रखे पाए गए , मगर उन पर भी वैधता अवधि का विवरण नहीं पाया गया। प्रभारी प्रधानाध्यापक सदानंद ने एक सप्ताह पूर्व रिफिलिंग होने की बात कही, चलाने की जानकारी न होना की बात को स्वीकारा। पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामसमुझ मौर्या विद्यालय में यंत्र नहीं दिखा सके। कहा कि आग लगी तो व्यवस्था की जाएगी। सदर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय धनेवा-धनेई द्वितीय व पूर्व माध्यमिक विद्यालय में यंत्र को नवीनीकृत पाया गया। प्राथमिक की प्रधानाध्यापक मीना त्रिपाठी ने जहां चलाने की जानकारी न होने की बात स्वीकारी वहीं पूर्व मा.वि. की प्रभारी प्रधानाध्यापिका बबिता वर्मा ने कहा कि उन्हें जानकारी है। प्राथमिक विद्यालय धनेवा प्रथम के प्रधानाध्यापक नईम अहमद ने बताया कि विद्यालय भवन के जिस कमरे में यंत्र लगा था, वह कमरा बरसात में गिर गया था, जिससे यंत्र खराब हो गया।
खराब पड़ा अग्निशमन यंत्र ’ जागरण’
ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में दिखी जागरूकता की कमी
’ सदर क्षेत्र में नवीनीकृत मिला यंत्र चलाने में पारंगत नहीं है शिक्षक