बेसिक शिक्षा निदेशक ने मांगा जवाब, मची खलबली
यहां छात्रों की संख्या महज 33 है लेकिन सात शिक्षकों की तैनाती कर दी गई। छात्र-शिक्षक अनुपात 41 है जबकि 351 होना चाहिए। शिक्षकों के वेतन पर प्रत्येक माह चार लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। प्रत्येक छात्र पर औसत 12 हजार रुपये खर्च हो रहे हैं। बैतालपुर विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गुडरी की यह दशा देखकर बेसिक शिक्षा निदेशक ने नाराजगी जाहिर की है।...
देवरिया : यहां छात्रों की संख्या महज 33 है, लेकिन सात शिक्षकों की तैनाती कर दी गई। छात्र-शिक्षक अनुपात 4:1 है, जबकि 35:1 होना चाहिए। शिक्षकों के वेतन पर प्रत्येक माह चार लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। प्रत्येक छात्र पर औसत 12 हजार रुपये खर्च हो रहे हैं। बैतालपुर विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गुडरी की यह दशा देखकर बेसिक शिक्षा निदेशक ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने मानक की अनदेखी कर शिक्षकों की तैनाती पर बीएसए से जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी का जवाब मांगा है। इस कार्रवाई से विभाग में खलबली मच गई है।
शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा को शिकायत मिली कि बैतालपुर विकास खंड के गुडरी पूर्व माध्यमिक विद्यालय में आठ शिक्षक तैनात हैं, जबकि बच्चों का नामांकन बहुत कम है। उन्होंने बीएसए से जांच रिपोर्ट तलब की। जांच में पता चला कि इस विद्यालय पर प्रधानाध्यापक समेत आठ शिक्षक तैनात हैं, जिसमें सहायक अध्यापक संजय सिंह जिला व्यायाम शिक्षक के रूप में बीएसए कार्यालय में कार्यरत हैं। जबकि सात शिक्षक यहां पठन-पाठन में लगे हैं। शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा डा.सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने कहा है कि 33 छात्रों के सापेक्ष सात शिक्षक तैनात हैं। पांच वर्ष के यू-डायस व तीन वर्ष के मध्याह्न भोजन योजना के डेटा का परीक्षण करने से स्पष्ट है कि विगत वर्षों में यहां औसत नामांकन बहुत कम रहा है। 2013-14 में पांच, 2014-15 में चार, 2015-16 में सात, 2016 से 2019 तक सात-सात शिक्षकों की तैनाती हुई है।
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बेसिक शिक्षा निदेशक ने संबंधित अधिकारी व कर्मचारी का स्पष्टीकरण मांगा है। जांच कराई जा रही है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं। शासन से दिशा-निर्देश मिलने पर शिक्षकों का समायोजन किया जाएगा।
-ओमप्रकाश यादव, बीएसए