बिना मान्यता के संचालित विद्यालयों पर अंकुश नहीं
नया सत्र एक अप्रैल से शुरू हो गया है। अधिकतर शिक्षण संस्थानों में प्रवेश चल रहा है। इसमें तमाम ऐसे विद्यालय हैं जिन्हें मान्यता नहीं मिली है। ऐसे में इन विद्यालयों में दाखिला से बच्चों का भविष्य बर्बाद होगा। जनपद में बिना मान्यता के संचालित विद्यालयों की तादाद एक दो नहीं बल्कि चार सौ से अधिक है।...
देवरिया : नया सत्र एक अप्रैल से शुरू हो गया है। अधिकतर शिक्षण संस्थानों में प्रवेश चल रहा है। इसमें तमाम ऐसे विद्यालय हैं, जिन्हें मान्यता नहीं मिली है। ऐसे में इन विद्यालयों में दाखिला से बच्चों का भविष्य बर्बाद होगा। जनपद में बिना मान्यता के संचालित विद्यालयों की तादाद एक दो नहीं, बल्कि चार सौ से अधिक है। बेसिक शिक्षा विभाग इन पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। इस ओर अभी ध्यान नहीं गया है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने पिछले वर्ष 481 गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों की सूची तैयार की थी, जिसमें करीब सौ से अधिक विद्यालयों की तरफ से मान्यता के लिए आवेदन किए गए हैं। फरवरी में करीब 35 विद्यालयों को ही समिति ने मान्यता दी है। इसके बाद मान्यता के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बिना मान्यता प्राप्त विद्यालयों के संचालन पर रोक भी नहीं लग पा रही है। सत्र शुरू होते ही ऐसे विद्यालयों के ताले खुल गए हैं। बाहर बोर्ड लग गए हैं। पढ़ाई के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। पिछले वर्ष प्रशासन की तरफ से अभियान चलाकर खानापूरी की गई थी। इस बार तो प्रशासन की तरफ से न तो नोटिस जारी की गई है और न ही कार्रवाई। ऐसे में इन पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। ऐसे में प्रशासन की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं।