नहीं पढ़ाया नौनिहालों को तो टेबलेट कसेगा गुरूजी पर शिकंजा
कक्षा एक से आठ तक के सरकारी स्कूल होंगे ऑनलाइन रखी जाएगी स्कूलों पर निगाह। ...
आगरा, जेएनएन। शासन बेसिक के सरकारी स्कूलों की सेहत को सुधारने को नित- नए संशाधन विकसित करने में जुटा है। अब शिक्षण कराने वाले गुरूजी की आरामतलबी और लापरवाही पर अब टेबलेट शिकंजा कसेगा। कक्षा एक से आठ तक के स्कूलों को टेबलेट से ऑनलाइन किया जाएगा। हर हैडमास्टर और बीइओ को टेबलेट दिया जाएगा। ऑनलाइन होने से अधिकारी कहीं से भी नजर रख सकेंगे। इसे शासनस्तर पर भी ऑनलाइन रखा जाएगा। टेबलेट के जरिये स्कूल में मौजूद छात्रों की जानकारी भी मिल सकेगी।
अफसर स्कूल पर रख सकेंगे नजर
ऑनलाइन होने से किसी भी स्थान से अफसर स्कूल पर नजर रख सकेंगे। इसका साफ्टवेयर भी तैयार कर लिया गया है। बाद में इसे शासन स्तर पर भी ऑनलाइन किया जाएगा, जिससे शासनस्तर से जिले ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के स्कूलों की मॉनिटिङ्क्षरग की जा सकेगी। जिले में 1633 प्राइमरी और 533 जूनियर हाईस्कूल समेत कुल 2186 सरकारी स्कूल हैं। इनमें 1.36 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं और करीब चार हजार शिक्षक-शिक्षिकाएं बच्चों को पढ़ाते हैं।
टेबलेट से दिखेगी बच्चों की संख्या
टेबलेट के जरिए देखा जा सकेगा कि किस स्कूल में बच्चे कक्षाओं के समय बाहर खेल रहे हैं। शिक्षक के कक्षाओं में होने, कक्षाओं के दौरान परिसर में घूमने और स्कूल देर से आने पर नजर रखी जाएगी। इस व्यवस्था के लिए शासन की ओर से टेंडर कराए जाएंगे। टेबलेट क्रय करके अफसरों के पास भेजे जाएंगे। मंजूरी मिलने के बाद जेम पोर्टल पर टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। टेबलेट के जरिए ही शिक्षक-विद्यार्थी की बायोमीट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था करने की भी योजना शासन तैयार कर रहा है।
इस योजना पर शासन स्तर से काम किया जा रहा है। कब से लागू होगी, अभी यह कहना संभव नहीं है। ऐसा होने से निश्चित रुप से शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी और विभाग को लाभ होगा।
विजय प्रताप सिंह, बीएसए।