लोक कलाओं से रूबरू होंगे सीबीएसई स्कूलों के बच्चे
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी अब अपनी लोक कलाओं से नजदीक से रूबरू हो सकेंगे। विशेष आयोजनों में ही इन कलाओं के बार में जानने का मौका पाने वाले कक्षा एक से 10 तक के बच्चों को अब कक्षाओं में इनके बारे में पढ़ाया जाएगा। सीबीएसई ने नए शैक्षणिक सत्र 2019-20 से सभी स्कूलों में आर्ट एजुकेशन लागू करने का निर्णय लिया है। 1सीबीएसई के सभी स्कूलों को कक्षा एक से 10 तक के सभी कक्षाओं में सप्ताह में कम से कम दो पीरियड आर्ट एजुकेशन के लिए आवंटित करना होगा। सीबीएसई का उद्देश्य है कि बच्चे विभिन्न माध्यमों और तकनीकों के रचनात्मक प्रयोग के बारे में जान सकें। आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल विशाल त्रिपाठी ने बताया कि सीबीएसई स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र से आर्ट एजुकेशन को लागू किया जा रहा है। इसे लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।जागरण संवाददाता, गोरखपुर : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी अब अपनी लोक कलाओं से नजदीक से रूबरू हो सकेंगे। विशेष आयोजनों में ही इन कलाओं के बार में जानने का मौका पाने वाले कक्षा एक से 10 तक के बच्चों को अब कक्षाओं में इनके बारे में पढ़ाया जाएगा। सीबीएसई ने नए शैक्षणिक सत्र 2019-20 से सभी स्कूलों में आर्ट एजुकेशन लागू करने का निर्णय लिया है। 1सीबीएसई के सभी स्कूलों को कक्षा एक से 10 तक के सभी कक्षाओं में सप्ताह में कम से कम दो पीरियड आर्ट एजुकेशन के लिए आवंटित करना होगा। सीबीएसई का उद्देश्य है कि बच्चे विभिन्न माध्यमों और तकनीकों के रचनात्मक प्रयोग के बारे में जान सकें। आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल विशाल त्रिपाठी ने बताया कि सीबीएसई स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र से आर्ट एजुकेशन को लागू किया जा रहा है। इसे लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।इंटरमीडिएट स्तर पर शामिल होगा योग1योग के बढ़ते महत्व को देखते हुए छात्र-छात्रओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए सीबीएसई स्कूलों में योग एवं अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन को इंटरमीडिएट स्तर पर वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल किया जा रहा है। इस शैक्षणिक सत्र से इनकी पढ़ाई होगी। अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन से छात्र-छात्रएं छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए तैयार हो सकेंगे।