प्राचार्य भर्ती परीक्षा में लागू होगी माइनस मार्किंग
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में प्राचार्य भर्ती के लिए होने वाली लिखित परीक्षा में माइनस मार्किंग लागू रहेगी। जिसमें किसी प्रश्न का उत्तर विकल्प गलत भरने पर सही उत्तर से भी अंक कटेंगे। उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग (यूपीएचईएससी) ने यह व्यवस्था पहली बार लागू की है। साक्षात्कार 20 अंकों का होगा। यूपीएचईएससी ने आवेदन लेने के साथ ही परीक्षा की नीतियां भी बना ली हैं। यह व्यवस्था उन अभ्यर्थियों के ज्ञान की परख भी लेगी जो 15 साल या उससे अधिक समय से शिक्षण कार्य कर रहे हैं। यूपीएचईएससी ने प्राचार्य भर्ती के लिए लिखित परीक्षा की आंतरिक तैयारी शुरू कर दी है। इस परीक्षा के माध्यम से अशासकीय महाविद्यालयों में प्राचार्य के 290 पदों पर भर्ती होगी। परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों को कम से कम 15 साल का शैक्षणिक अनुभव जरूरी है। इसके आवेदन लिए जा रहे हैं। इसके प्रश्नपत्र बनवाने के लिए यूपीएचईएससी ने नीतियां बना ली हैं। जिसके तहत लिखित परीक्षा 100 अंकों की और साक्षात्कार 20 अंकों का रहेगा। हालांकि अभी इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में प्राचार्य भर्ती के लिए होने वाली लिखित परीक्षा में माइनस मार्किंग लागू रहेगी। जिसमें किसी प्रश्न का उत्तर विकल्प गलत भरने पर सही उत्तर से भी अंक कटेंगे। उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग (यूपीएचईएससी) ने यह व्यवस्था पहली बार लागू की है। साक्षात्कार 20 अंकों का होगा। यूपीएचईएससी ने आवेदन लेने के साथ ही परीक्षा की नीतियां भी बना ली हैं। यह व्यवस्था उन अभ्यर्थियों के ज्ञान की परख भी लेगी जो 15 साल या उससे अधिक समय से शिक्षण कार्य कर रहे हैं। यूपीएचईएससी ने प्राचार्य भर्ती के लिए लिखित परीक्षा की आंतरिक तैयारी शुरू कर दी है। इस परीक्षा के माध्यम से अशासकीय महाविद्यालयों में प्राचार्य के 290 पदों पर भर्ती होगी। परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों को कम से कम 15 साल का शैक्षणिक अनुभव जरूरी है। इसके आवेदन लिए जा रहे हैं। इसके प्रश्नपत्र बनवाने के लिए यूपीएचईएससी ने नीतियां बना ली हैं। जिसके तहत लिखित परीक्षा 100 अंकों की और साक्षात्कार 20 अंकों का रहेगा। हालांकि अभी इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।