यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट कल
राब्यू, प्रयागराज : लंबे इंतजार के बाद यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा 2019 के रिजल्ट की तारीख तय हो गई है। शनिवार को मुख्यालय पर बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव मध्यान्ह 12.30 बजे परिणाम घोषित करेंगी। दोनों रिजल्ट इस बार भी एक साथ जारी होंगे। एजेंसी परिणाम तैयार कर चुकी है, जबकि बोर्ड में रिजल्ट घोषित करने की तैयारियां चल रही हैं। यहां प्रभारी शिक्षा निदेशक माध्यमिक विनय कुमार पांडेय भी मौजूद रहेंगे। 1माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2019 के लिए 58 लाख छह हजार 922 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था। इसमें हाईस्कूल के लिए 31 लाख 79 हजार 347 व इंटर के लिए 26 लाख 27 हजार 575 परीक्षार्थी थे। 14 दिन तक चली हाईस्कूल व 16 दिन चली इंटर की परीक्षा के दौरान करीब छह लाख 52 हजार 881 परीक्षार्थियों ने इम्तिहान छोड़ दिया था। ऐसे में 51 लाख 54 हजार 41 परीक्षार्थियों की निगाहें रिजल्ट पर टिकी हैं। परीक्षाएं सात फरवरी से शुरू होकर दो मार्च तक चली थी। सबसे अहम बात यह है कि इस बार की परीक्षा नए पाठ्यक्रम व बदली परीक्षा प्रणाली के तहत हुई है। परीक्षार्थी व अभिभावक बेहतर रिजल्ट को लेकर आशान्वित हैं। अब बोर्ड शनिवार को इसका पटाक्षेप करेगा। परिणाम जारी होने के मौके पर प्रयागराज, वाराणसी, बरेली, गोरखपुर, मेरठ क्षेत्रीय कार्यालयों के अफसर व कर्मचारी मौजूद रहेंगे। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष रिजल्ट 29 अप्रैल को जारी हुआ था।1राब्यू, प्रयागराज : लंबे इंतजार के बाद यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर परीक्षा 2019 के रिजल्ट की तारीख तय हो गई है। शनिवार को मुख्यालय पर बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव मध्यान्ह 12.30 बजे परिणाम घोषित करेंगी। दोनों रिजल्ट इस बार भी एक साथ जारी होंगे। एजेंसी परिणाम तैयार कर चुकी है, जबकि बोर्ड में रिजल्ट घोषित करने की तैयारियां चल रही हैं। यहां प्रभारी शिक्षा निदेशक माध्यमिक विनय कुमार पांडेय भी मौजूद रहेंगे। 1माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2019 के लिए 58 लाख छह हजार 922 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था। इसमें हाईस्कूल के लिए 31 लाख 79 हजार 347 व इंटर के लिए 26 लाख 27 हजार 575 परीक्षार्थी थे। 14 दिन तक चली हाईस्कूल व 16 दिन चली इंटर की परीक्षा के दौरान करीब छह लाख 52 हजार 881 परीक्षार्थियों ने इम्तिहान छोड़ दिया था। ऐसे में 51 लाख 54 हजार 41 परीक्षार्थियों की निगाहें रिजल्ट पर टिकी हैं। परीक्षाएं सात फरवरी से शुरू होकर दो मार्च तक चली थी। सबसे अहम बात यह है कि इस बार की परीक्षा नए पाठ्यक्रम व बदली परीक्षा प्रणाली के तहत हुई है। परीक्षार्थी व अभिभावक बेहतर रिजल्ट को लेकर आशान्वित हैं। अब बोर्ड शनिवार को इसका पटाक्षेप करेगा। परिणाम जारी होने के मौके पर प्रयागराज, वाराणसी, बरेली, गोरखपुर, मेरठ क्षेत्रीय कार्यालयों के अफसर व कर्मचारी मौजूद रहेंगे। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष रिजल्ट 29 अप्रैल को जारी हुआ था।
यूपी बोर्ड में इधर के वर्षो में नवप्रयोगों की भरमार रही है। ज्यादातर बदलाव छात्र-छात्रओं व अभिभावकों की सहूलियत को ध्यान में रखकर किए गए हैं। इधर के नौ वर्षो 2010 से लेकर अब तक हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट आमतौर पर मई या फिर जून माह में ही आता रहा है। इससे खासकर इंटर उत्तीर्ण करने वाले परीक्षार्थियों को उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए परेशानी होती थी। इसे देखते हुए बोर्ड ने पहले परीक्षा की समय सारिणी में बदलाव किया और उसी के सापेक्ष रिजल्ट देने का समय भी निरंतर घटाया। 2014 तक परीक्षाएं मार्च माह में शुरू होती थी, इससे रिजल्ट जून माह में आते रहे। 2015 में फरवरी में परीक्षा शुरू कराई और पहली बार हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट मई माह में आया। उसी साल पहली बार दोनों रिजल्ट एक साथ आया। उसके बाद से लगातार फरवरी में ही परीक्षाएं कराई गईं और रिजल्ट मई में आए। सिर्फ 2017 में विधानसभा चुनाव की वजह से बोर्ड को फिर मार्च में परीक्षा करानी पड़ी जिससे रिजल्ट जून में जारी हुआ।
2018 में परीक्षा छह फरवरी से लेकर 12 मार्च तक चलीं और रिजल्ट 29 अप्रैल को आया। इस वर्ष परीक्षा सात फरवरी से शुरू होकर दो मार्च तक चलीं और रिजल्ट 27 अप्रैल को आने जा रहा है। परीक्षा इसलिए लंबी खिंची क्योंकि प्रयागराज कुंभ के विशेष स्नान पर इम्तिहान नहीं हुआ। मूल्यांकन में देरी होली के अवकाश के कारण हुई। अगले वर्ष से परीक्षा और परिणाम में बड़ा बदलाव दिखना तय है।
रिजल्ट प्रतिशत भी बेहतर रहने के आसार
लोकसभा चुनाव के ऐन मौके पर जारी हो रहे हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट प्रतिशत इस बार भी बेहतर रहने की उम्मीद है। पिछले वर्ष परीक्षा में विशेष सख्ती के बाद रिजल्ट प्रतिशत को लेकर खूब कयास लगे लेकिन, बोर्ड प्रशासन ने ऐसा परिणाम जारी किया कि परीक्षार्थी खुश हो गए और परीक्षक हैरान थे। वह परंपरा इस वर्ष जारी रहने की उम्मीद है। परिणाम पिछले वर्ष की तरह की होने की उम्मीद है।