बच्चों को सिखाने के तरीके की होगी समीक्षा
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे कितना सीख पा रहे हैं और उन्हें सिखाने के लिए अपनाया जा रहा तरीका कितना कारगर है, इसकी समीक्षा के लिए शिक्षकों की टीम गठित की जाएगी। प्रदेश स्तर पर 60 शिक्षक इस टीम में होंगे और यूनिसेफ की मदद से उन्हें के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। 1‘स्ट्रेंथनिंग सिस्टेमिक कैपेसिटी इन लर्निग असेसमेंट’ कार्यक्रम के तहत समग्र शिक्षा अभियान, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), बेसिक शिक्षा निदेशालय, यूनिसेफ व आस्ट्रेलिया की संस्था ने मिलकर संयुक्त योजना बनाई है। इसके अंतर्गत प्रदेश में प्रारंभिक स्तर पर हंिदूी, गणित व डाटा एनालिसिस से संबंधित 60 विषय विशेषज्ञों की टीम तैयार की जानी है। इसमें 25 हंिदूी, 25 गणित व 10 डाटा एनालिस्ट शामिल होंगे। प्राथमिक विद्यालयों से 20 शिक्षक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों के 10-10 गणित एवं हंिदूी के शिक्षक, डायट के 10 प्रवक्ता एवं 10 कंप्यूटर के शिक्षकों का चयन होगा। इस टीम के जरिये बच्चों में सीखने की क्षमता विकसित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों का एवं अभिलेखीकरण किया जाएगा। इसके तहत पांच-पांच दिन की तीन कार्यशालाएं राज्य स्तर पर आयोजित होंगी। 1क्यों पड़ी जरूरत: नेशनल अचीवमेंट सर्वे-2017, एसएलएएस 2013-14, 2014-15 एवं 2016-17 की रिपोर्ट यह दर्शाती है कि अभी भी छात्र अपेक्षित स्तरों तक सीख नहीं पा रहे हैं। इसी के बाद उन्हें सिखाने के तरीकों की सार्थकता पर भी चर्चा शुरू हो गई है।1’>>प्रदेश स्तर पर बनाई जाएगी 60 शिक्षकों की टीम1’>>विभिन्न सर्वेक्षणों में निराशाजनक परिणाम आने के बाद लिया गया निर्णयशिक्षकों का नाम भेजने का निर्देश एससीईआरटी से मिला है। यहां से निर्धारित प्रोफार्मा पर योग्यतानुसार शिक्षकों की सूचना 25 अप्रैल तक भेज दी जाएगी। उन्हें एससीईआरटी में प्रशिक्षण दिया जाएगा।1जयप्रकाश, प्राचार्य, डायट