जजर्र भवन में पढ़ रहे नौनिहाल
जागरण संवाददाता, पिपरौली, गोरखपुर : सरकार परिषदीय विद्यालयों पर विशेष ध्यान दे रही है, लेकिन हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। पिपरौली ब्लाक स्थित प्राथमिक विद्यालय कैली का भवन जर्जर हो गया है, जिससे नौनिहाल अपनी जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। इतनी ही नहीं विद्यालय से सटे आमी नदी भी बह रही है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से कोई चहारदीवारी नहीं चलाई गई है।1पिपरौली ब्लाक के कैली में वर्षो पुराना प्राथमिक विद्यालय है। पिछले सत्र में विद्यालय में कुल 121 बच्चों का नामांकन था। विद्यालय आमी नदी से महज दस से 12 फीट की दूरी पर ही बहती है और नदी में उफान के साथ ही विद्यालय में पानी भर जाता है। वर्ष में करीब तीन महीना पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित रहती है। नदी के करीब विद्यालय होने से बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई उपाय नहीं किए गए हैं। अभिभावक दीपक ने कहा कि विद्यालय में बच्चों पर हमेशा खतरा बना रहता है। बाढ़ के समय विद्यालय क्षतिग्रस्त होने के बाद उसकी मरम्मत नहीं कराई गई। भवन के जर्जर हालत के बारे में अधिकारियों को पत्र दिया गया, लेकिन कोई संज्ञान नहीं ले रहा है। नेबूलाल कहते हैं कि आमी नदी में पानी बढ़ने के समय उनके साथ अनहोनी का खतरा बना रहता है। विद्यालय पर पढ़ने वाले बच्चों को देसी हैंडपंप का पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। बीएसए बीएन सिंह ने कहा कि विद्यालय के जर्जर भवन की मरम्मत के लिए व्यवस्था होगी और अन्य समस्याएं भी दूर की जाएंगी।प्राथमिक विद्यालय कैली का जजर्र भवन’>>प्राथमिक विद्यालय कैली में वर्ष के तीन महीने भरा रहता है पानी 1’>>विद्यालय से दस फीट की दूरी पर बहती है आमी, चहारदीवारी नहीं1लाइट व पंखे के लिए मिला धन1भीटी रावत : सहजनवां ब्लाक क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों के मतदान केंद्रों में वायरिंग, लाइट व पंखे के लिए विद्यालयों को धन उपलब्ध करा दिया गया है। यह जानकारी देते हुए सहजनवां बीईओ विजय कुमार ओझा ने कहा कि संकुल प्रभारियों से मिली रिपोर्ट के अनुसार जुड़ा कोडरी, जोन्हिया, मझौरा, मिश्रौलिया, रघुनाथपुर, रामपुर, सुगौना, कुरसा, समुदा, जबरैला आदि मतदान केंद्रों पर वायरिंग, पंखा व ट्यूब लाइट नहीं है। प्रत्येक केंद्र के लिए 21 हजार रुपये दिया गया है।