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प्रयागराज : बैच के साथियों से जूनियर 100 से अधिक चयनित अभ्यर्थी

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बैच के साथियों से जूनियर 100 से अधिक चयनित अभ्यर्थी


राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : परीक्षा संस्थाओं से लेकर शासन तंत्र तक की व्यवस्थाओं में खामियां किस कदर युवाओं के भविष्य और भावनाओं से खिलवाड़ कर रही हैं इसका जीता जागता उदाहरण लोअर सबॉर्डिनेट परीक्षा 2015 में चयनित 100 से अधिक अभ्यर्थी हैं। 635 पदों के पिछले साल आए इस भर्ती के परिणाम के बाद नियुक्ति पाने का इंतजार करते-करते ये अभ्यर्थी अपने ही बैच के 463 साथियों से जूनियर हो गए हैं। इन्हें जूनियर होने का दंश तो ही भुगतना पड़ेगा, पदोन्नति और वेतन वृद्धि में भी नुकसान होना तय है। उप्र लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) से लोअर सबॉर्डिनेट परीक्षा 2015 का अंतिम चयन परिणाम 13 अप्रैल 2018 को घोषित हुआ था। इसमें कुल 635 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था।1 इनमें 172 को छोड़कर बाकी सभी की नियुक्ति पिछले साल ही हो चुकी है। जिन्हें नियुक्ति नहीं मिली उनके अभिलेखों को शक के दायरे में रखते हुए नियुक्ति और कार्मिक विभाग तथा न्यायिक विभाग ने जांच कराने में महीनों लगा दिए। किसी तरह से जांच पूरी हुई तो भी नियुक्ति नहीं मिल सकी है। बचे हुए 172 में 35-40 चयनितों ने किसी तरह से लोकसभा चुनाव की अधिसूचना लगने से पहले नियुक्ति पा ली।राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : परीक्षा संस्थाओं से लेकर शासन तंत्र तक की व्यवस्थाओं में खामियां किस कदर युवाओं के भविष्य और भावनाओं से खिलवाड़ कर रही हैं इसका जीता जागता उदाहरण लोअर सबॉर्डिनेट परीक्षा 2015 में चयनित 100 से अधिक अभ्यर्थी हैं। 635 पदों के पिछले साल आए इस भर्ती के परिणाम के बाद नियुक्ति पाने का इंतजार करते-करते ये अभ्यर्थी अपने ही बैच के 463 साथियों से जूनियर हो गए हैं। इन्हें जूनियर होने का दंश तो ही भुगतना पड़ेगा, पदोन्नति और वेतन वृद्धि में भी नुकसान होना तय है। उप्र लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) से लोअर सबॉर्डिनेट परीक्षा 2015 का अंतिम चयन परिणाम 13 अप्रैल 2018 को घोषित हुआ था। इसमें कुल 635 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था।1 इनमें 172 को छोड़कर बाकी सभी की नियुक्ति पिछले साल ही हो चुकी है। जिन्हें नियुक्ति नहीं मिली उनके अभिलेखों को शक के दायरे में रखते हुए नियुक्ति और कार्मिक विभाग तथा न्यायिक विभाग ने जांच कराने में महीनों लगा दिए। किसी तरह से जांच पूरी हुई तो भी नियुक्ति नहीं मिल सकी है। बचे हुए 172 में 35-40 चयनितों ने किसी तरह से लोकसभा चुनाव की अधिसूचना लगने से पहले नियुक्ति पा ली।

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