जूनियर के तीन विद्यालय उच्चीकृत होकर बनेंगे हाईस्कूल
अंबेडकरनगर : बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन संचालित तीन उच्च प्राथमिक विद्यालयों को जल्द ही उच्चीकृत करते हुए हाईस्कूल का दर्जा मिल जाएगा। मंजूरी देने की कवायद अंतिम दौर में चल रही है। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की ओर से चयनित इन विद्यालयों को उच्चीकृत करने के प्रस्ताव पर मानक के अनुसार परीक्षण करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक ने सहमति की मुहर लगा दी है। इस पर अंतिम निर्णय होने के साथ ही शिक्षकों के पदों का सृजन करते हुए भवन आदि का निर्माण कराने के बाद कक्षाओं का संचालन शुरू हो जाएगा। तीनों विद्यालयों का चयन भीटी तथा आलापुर तहसील क्षेत्र में किया गया है।
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की ओर से निर्धारित मानक के अनुसार ऑनलाइन परीक्षण करते हुए प्रदेश स्तर पर 859 विद्यालयों को उच्चीकृत करने का निर्णय लिया है। विद्यालयों का चयन वेबसाइट पर दर्ज सूचना व जीपीएस की पुष्टि पर करते हुए सूची तैयार की है। इसके लिए बाकायदा प्रस्ताव तैयार कर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को भेजा गया है। इसके साथ ही पांच किलोमीटर की परिधि में राजकीय एवं वित्त पोषित विद्यालय के संचालित नहीं होने व छात्र संख्या के पर्याप्त होने का सत्यापन करने को कहा गया है। इससे इतर कक्षाओं के संचालन को लिए नए भवन का निर्माण कराने के लिए भूमि की उपलब्धता को भी सत्यापित करने को कहा गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि चयनित तीनों विद्यालयों का परीक्षण कराया गया है। सभी विद्यालय उच्चीकृत होने के मानकों को पूरा करते हैं। प्रस्ताव को संस्तुति के साथ सत्यापन आख्या राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान को भेजी जा रही है।
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-यह विद्यालय हुए चयनित : बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन संचालित भीटी शिक्षाक्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय गोइथा व उच्च प्राथमिक विद्यालय पूरेदरबार का चयन हुआ है। इसके अलावा आलापुर तहसील क्षेत्र के रामनगर शिक्षाक्षेत्र से उच्च प्राथमिक विद्यालय उमरी भवानीपुर को चयनित किया गया है। बीएसए अतुल कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया उच्चीकृत किए जाने की कवायद माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधीन है।
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-अलग-अलग रहेगा नियंत्रण : माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत उच्चीकृत होने वाले विद्यालयों पर बेसिक तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग का अलग-अलग नियंत्रण रहेगा। कक्षा छह से आठ तक का संचालन तथा शिक्षकों की तैनाती समेत एमडीएम, फल, दूध, ड्रेस व पुस्तक वितरण समेत सभी सुविधाएं बेसिक शिक्षा विभाग देखेगा। बेसिक के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों पद तथा उनकी तैनाती बनी रहेगी। जबकि कक्षा नौ व दस का संचालन करने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग से एक प्रधानाचार्य व एक बाबू के अलावा सात एलटी ग्रेड के शिक्षक और चार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का पद सृजित कर तैनाती होगी।