बेसिक शिक्षा में भी अब बनेंगे मॉडल स्कूल
एटा जासं। प्रदेश शासन ने माध्यमिक शिक्षा की तर्ज पर अब परिषदीय बेसिक स्कूलों में से भी मॉडल स्कूल बनाने के लिए निर्देश दिए हैं। हर ब्लॉक में एक हिदी मीडियम व दूसरा अंग्रेजी मीडियम विद्यालय मॉडल बनाया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय के लिए 23.6 लाख की धनराशि का निर्धारण किया गया है। इस धनराशि से अवस्थापना कार्य डिजिटल क्लास मैथ साइंस लैब फर्नीचर के अलावा अन्य तमाम सुविधाएं बेहतर की जाएंगीं। योजना के तहत एटा में 16 मॉडल स्कूल व उनके लिए बजट का प्रस्ताव तैयार किया गया है।...
एटा, जासं। प्रदेश शासन ने माध्यमिक शिक्षा की तर्ज पर अब परिषदीय बेसिक स्कूलों में से भी मॉडल स्कूल बनाने के लिए निर्देश दिए हैं। हर ब्लॉक में एक हिदी मीडियम व दूसरा अंग्रेजी मीडियम विद्यालय मॉडल बनाया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय के लिए 23.6 लाख की धनराशि का निर्धारण किया गया है। इस धनराशि से अवस्थापना कार्य, डिजिटल क्लास, मैथ, साइंस लैब, फर्नीचर के अलावा अन्य तमाम सुविधाएं बेहतर की जाएंगीं। योजना के तहत एटा में 16 मॉडल स्कूल व उनके लिए बजट का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
परिषदीय स्कूलों में आइसीटी शिक्षण तथा सौंदर्यीकरण के बेहतर परिणामों को शासन ने गंभीरता से लिया है। हालांकि इंगलिश मीडियम स्कूल खोलने की प्रक्रिया पहले से ही जारी है। इस मध्य बेसिक शिक्षा के प्राइमरी स्कूलों में से भी कुछ स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाने का खाका नए सत्र के लिए तय किया गया है। हालांकि इस सत्र में इंगलिश मीडियम स्कूल की प्रक्रिया संचालित है। इसके साथ ही जिले के आठ ब्लॉकों में 2-2 स्कूलों को मॉडल बनाने की कार्य योजना के तहत जिले को 16 स्कूलों की सौगात मिलेगी। स्कूल तो पूर्व से ही संचालित होंगे, लेकिन उन्हें बेहतर सुविधाएं देकर मॉडल बनाया जाएगा। इस संबंध में विभाग को एक हिदी व दूसरा अंग्रेजी मीडियम स्कूल चयनित करने को कहा गया है। सभी स्कूलों पर 3 करोड़ 80 लाख का खर्चा प्रस्तावित है।
मॉडल स्कूलों के संबंध में जो व्यवस्थाएं तय की गई हैं, उनमें डिजिटल क्लास व आकर्षक लैबों के अलावा स्कूल का सौंदर्यीकरण भी शामिल होगा। मॉडल स्कूलों की तैयारी के लिए निर्धारित 23.60 लाख रुपये के बजट को भी सुविधाओं के मामले में वर्गीकृत किया गया है। स्कूलों के चयन को लेकर भी यह दिशा निर्देश दिए गए हैं कि जो विद्यालय और शिक्षक पहले से उत्कृष्ट रहे हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाए ताकि पहले सत्र में स्कूलों के चयन में दिक्कतें न हों। बीएसए संजय कुमार शुक्ला ने बताया है कि सभी खंड शिक्षाधिकारियों को स्कूल चयन के संबंध में निर्देशित किया गया है।