गीतों से मतदान का भर रहे जोश
जागरण संवाददाता, महराजगंज: संसदीय क्षेत्र महराजगंज की चुनावी फिजा का रंग चटक हो गया है। मतदान फीसद बढ़ाने के लिए लोकगीत, संगीत, नुक्कड़ नाटक के बीच तराई लोकतंत्र के उत्सवी माहौल में डूबी है। गांव से लेकर शहर तक जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय द्वारा लिखित गीत लोकतंत्र के महाधनी हम, खाटी हंिदूुस्तानी हैं, की गूंज की धुन लोगों में मतदान के प्रति जोश भरने का काम कर रही है। जिले में मतदान फीसद बढ़ाने के लिए ग्राम स्तर से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारियों ने अपनी ताकत झोंक दी है। स्लोगन प्रतियोगिता, चित्रकला, खेल, नुक्कड़, रैली के माध्यम से मतदान के लिए जहां प्रेरित किया जा रहा है, वहीं छात्रओं द्वारा महिलाओं को हाथों में मेहंदी लगाकर मतदान के लिए संकल्प दिलाया जा रहा है। विद्यालय प्रबंधक, प्रधानाचार्य द्वारा तीन-तीन गांवों को गोद लेकर मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। पेट्रोल पंप, गेहूं क्रय केंद्रों पर व गोष्ठी में जिलाधिकारी द्वारा लिखित मतदान हमारा व्यर्थ न हो, हम याद दिलाने आए हैं..., लोकतंत्र के महाधनी हम, खाटी हंिदूुस्तानी हैं, के गीत गूंज रहे हें। वहीं आंकाक्षा समिति की अध्यक्ष रागिनी उपाध्याय पत्नी अमरनाथ उपाध्याय द्वारा महिलाओं को मतदान से जोड़ने की मुहिम चलाई जा रही है, ताकि जनपद में रिकार्ड मतदान हो सके।’>>गांव से शहर तक गूंज रही जिलाधिकारी के लिखे गीत 1’>>लोकतंत्र के उत्सव के माहौल में डूबा है पूरा जनपदमतदान गीत व लोक संस्कृति के माध्यम से लोगों को इस माटी से जोड़ते हुए स्वयं को देश प्रेम की भावना विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे लोगों को अपने को हंिदूुस्तानी होने का गौरव महसूस और और मतदान के लिए बूथों पर पहुंचकर वोट करें। 1अमरनाथ उपाध्याय, जिलाधिकारी, महराजगंज