आंगनबाड़ी केंद्र बदहाल, नहीं जाग रहे जिम्मेदार
बलरामपुर:कुपोषण का कलंक लगने के बाद भी जिम्मेदार अफसरों की कार्यशैली सुधरने का नाम नहीं ले रही है। नौनिहालों को पूरक पोषाहार उपलब्ध कराकर कुपोषण दूर करने का जिम्मा संभाल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों को स्वयं पोषण की दरकार है। बावजूद इसके अफसर धरातल पर उतरने के बजाय कागजों में कुपोषण दूर करने का दावा कर रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण पर पानी की तरह पैसा बहाया गया, लेकिन केंद्र बेहाल है। क्षेत्र के आगनबाड़ी केंद्र प्रथम बलदेवनगर में बकरियां बांधी जाती है। केंद्र की खिड़कियां-दरवाजे गायब हैं। फर्श प्लास्टर टूट चुके हैं। भवन जर्जर हालत में हैं। परिसर में बड़े-बड़े घास उगे हैं। यहीं हाल आंगनबाड़ी केंद्र बलदेवनगर प्रथम का है। वहीं मोतीपुर में स्थित आंगनबाडी केंद्र बदहाल है। भवन के प्लास्टर उजड़ चुके हैं। खिड़की व दरवाजा नदारद है। ऐसे में कुपोषण को दूर करने का प्रयास नाकाफी साबित हो रहा है। बावजूद इसके विभागीय अफसर धरातल पर उतरने को तैयार नहीं है। जिससे लोगों को इन केंद्रों का लाभ नहीं मिल पा रहा है। एडीएम एके शुक्ल का कहना है कि गांव में सर्वें कराकर बदहाल आंगनबाड़ी केंद्रों को दुरुस्त कराया जाएगा।