अहम सवाल, हत्यारे कैसे पहुंचे अंजली के कमरे तक
ब्रजेश पांडेय ’ सिद्धार्थनगर । मोहाना कस्बे में मंगलवार को परिषदीय विद्यालय की शिक्षिका अंजली यादव का हाथ-पैर बांधकर और जलाकर मार डालने की घटना को लेकर पुलिस अभी किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सकी है। लेकिन मौके की स्थितियां यह बता रही हैं कि हत्या करने वाले अंजली यादव के करीबी ही रहे होंगे। जिस किराये के मकान में वह दूसरी मंजिल पर रहती थी, वह पूरी तरह सुरक्षित है। मकान की दूसरी मंजिल पर उसके कमरे तक जाने का रास्ता मुख्य घर के अंदर से है और ऐसे में वहां किसी अनजान का पहुंचना आसान नहीं हो सकता।
बुधवार को जांच में पहुंची पुलिस को अंजली के कमरे में चौकी और इंवर्टर की बैट्री को छोड़ सब कुछ जला मिला। छत पर लगे पंखे के तीनों प्लेट नीचे की तरफ झुके हुए थे। तख्ते में बायीं तरफ छेद मिला है। बताया जा रहा है कि अंजली के गले में लपेटकर इसी छेद के सहारे जंजीर बांधी गई थी। सवाल यह भी है कि जलने के दौरान अंजली की क्या चीख नहीं निकली होगी अथवा किसी ने चीख सुनी ही नहीं। कमरे में आग से दीवारें कालिख हो चुकी थी और दरवाजे की कुंडी गायब मिली। कुंडी कहां है, अभी पुलिस को भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
अंजली के रसोई के कमरे में लाल रंग के दो बैग भी मिले हैं। बैग में कपड़े और कुछ किताबें हैं, लेकिन उसमें कोई कीमती सामान नहीं मिला है। सवाल यह भी है कि आमतौर पर मुख्य कमरे में रखा जाने वाला बैग रसोई घर में क्यों रखा गया था और रसोई घर में रहने वाला गैस सिलेंडर व चूल्हा उसके सोने वाले कमरे में। कहीं यह सब, हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश तो नहीं है। मकान मालिक की दोनों बेटियों ने बताया कि घर में पूरे दिन उन दोनों के अलावा सिर्फ अंजली थी। मां, बाप, भाई कहीं बाहर गए थे। अपराह्न तीन बजे तक वे अंजली के पास ही थीं और उसके साथ मोबाइल पर सीरियल देखी थीं। जालौन जिले के हुसेपुरा तुरई थाना क्षेत्र की कुठौद गांव निवासी अजय यादव की पुत्री अंजली की तैनाती पूर्व माध्यमिक विद्यालय गौहनिया में थी।
हत्या और आत्महत्या, दोनों पहलुओं पर हो रही जांच : एसपी : एसपी डा.धर्मवीर सिंह ने बताया कि शिक्षिका की मौत के मामले में हत्या और आत्महत्या दोनों पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है। शिक्षिका के पिता से तहरीर लेकर घटना के लिए उकसाने वाले अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।