देर रात तक स्ट्रांग रूम में जमा हुईं ईवीएम
महराजगंज: मतदान संपन्न होने के बाद देर रात तक कलेक्ट्रेट में बनाए गए स्ट्रांग रूम में ईवीएम जमा होती रहीं। तकरीबन दो बजे तक ईवीएम जमा होने का सिलसिला चलता रहा। सदर, फरेंदा, सिसवा, नौतनवा, पनियरा में कुल 2067 पोलिग पार्टियों ने रविवार को मतदान कराया। इसके बाद विधानसभावार बनाए गए 15-15 टेबुलों पर बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट जमा करने की व्यवस्था जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय द्वारा कराई गई थी। मतदान के बाद मशीनों को जमा करने के लिए पंडालों में पीठासीन अधिकारियों व मतदान अधिकारियों की भीड़ उमड़ रही है। सभी को यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट जमा कर घर जाने की जल्दी दिखी, जिससे मशीन जमा कर राहत की सांस ले सकें। कुछ जगह तो पोलिग पार्टियों को लेकर गई बसें रास्ते में खराब हो गई। इससे भी पोलिग पार्टियां ईवीएम को लेकर देर रात पहुंची। मतदान कार्मिकों के साथ आला अधिकारी भी चुनावी महायज्ञ को संपन्न कराने में जुटे रहे। अधिकारी देर रात तक ईवीएम मशीनों को जमा करवाते रहे। मतदान कराकर दूर दराज से आए मतदान कार्मिकों को वाहन की सुविधा न मिल पाने के कारण पूरी रात कलेक्ट्रेट में ही बिताई। जिला निर्वाचन अधिकारी अमरनाथ उपाध्याय ने कहा कि लगभग सभी पोलिग पार्टियों के मशीन जमा हो गए हैं। चुनाव ड्यूटी के लिए रिजर्व में रखे गए कार्मिकों को रविवार को देर सायं तक पारिश्रमिक नहीं मिलने से वह हलकान रहें और जिलाधिकारी से मिलकर नाराजगी जताई। दरअसल चुनाव ड्यूटी के लिए रिजर्व में लगाए कार्मिक 18 मई को सुबह छह बजे से ही कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंच गए थे। लेकिन उनके खाने, पीने और सोने की उचित व्यवस्था नहीं रहने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। रविवार को बलराम निगम के नेतृत्व में डेढ़ सौ की संख्या में कार्मिकों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर अपनी समस्या सुनाई। चुनाव ड्यूटी के लिए रिजर्व में रखे गए वाहन मालिकों और चालकों ने जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष एकजुट होकर नाराजगी जताई। उनका आरोप था कि 18 मई की सुबह से ही गाड़ी खड़ी करा ली गई है। न डीजल, पेट्रोल मिला और न ही भोजन पानी। गाड़ी खड़ी रहने के कारण आय भी नहीं हुई, जिससे आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है।