उत्तराखण्ड : अखिल भारतीय शैक्षिक विमर्श एवं नवाचारी शिक्षक सम्मान समारोह में मंथन हेतु समस्त शिक्षकों को दिनांक 08 -09 जून 2019 का निमंत्रण पत्र जारी, करें अपनी प्रतिभागिता सुनिश्चित
आवश्यक एवं महत्वपूर्ण सूचना
★★★★★★★★★★★
●क्या आप एक शिक्षक हैं ?
●क्या आप सरकारी शिक्षा तन्त्र में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक सम्पूर्ण भारत मे किसी भी सरकारी विद्यालय में सेवारत हैं ?
●क्या आप शिक्षण-अधिगम को एक चुनौती मानते हैं ?
●क्या आप सरकारी शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं ?
●क्या आपको लगता है कि सरकारी अध्यापक को मात्र वृत्ति पाने के उद्देश्य के अलावा एक समाजिक ज़िम्मेदारी एवम सेवा भाव का एहसास होना भी अनिवार्य है?
●क्या आप सरकारी शिक्षा को बेहतर बनाने में निरन्तर प्रयासरत हैं?
●क्या आप CSR/सामुदायिक सहयोग के अतिरिक्त स्वयं से भी अपने विद्यालय के बच्चों पर खर्च कर देते हैं ?
●क्या आप शिक्षण के क्षेत्र बिना किसी प्रलोभन के कुछ नया सीखने को तत्पर रहते हैं ?
★★★★★★★★★★★★★★★★
यदि आपके उत्तर हाँ में हैं तो आप दो दिवसीय (08-09 जून 2019) कार्यक्रम
टाउन हॉल, नगर निगम हरिद्वार में आयोजित ★★★'मंथन-2019'★★★ में प्रातः 9:00 बजे से सादर आमंत्रित हैं।
*नोट*- प्रत्येक प्रतिभागी सरकारी अध्यापक को दो दिन के सहभागिता प्रमाणपत्र से भी सम्मानित किया जाएगा।
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●क्या आप एक शिक्षक हैं ?
●क्या आप सरकारी शिक्षा तन्त्र में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक सम्पूर्ण भारत मे किसी भी सरकारी विद्यालय में सेवारत हैं ?
●क्या आप शिक्षण-अधिगम को एक चुनौती मानते हैं ?
●क्या आप सरकारी शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं ?
●क्या आपको लगता है कि सरकारी अध्यापक को मात्र वृत्ति पाने के उद्देश्य के अलावा एक समाजिक ज़िम्मेदारी एवम सेवा भाव का एहसास होना भी अनिवार्य है?
●क्या आप सरकारी शिक्षा को बेहतर बनाने में निरन्तर प्रयासरत हैं?
●क्या आप CSR/सामुदायिक सहयोग के अतिरिक्त स्वयं से भी अपने विद्यालय के बच्चों पर खर्च कर देते हैं ?
●क्या आप शिक्षण के क्षेत्र बिना किसी प्रलोभन के कुछ नया सीखने को तत्पर रहते हैं ?
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यदि आपके उत्तर हाँ में हैं तो आप दो दिवसीय (08-09 जून 2019) कार्यक्रम
टाउन हॉल, नगर निगम हरिद्वार में आयोजित ★★★'मंथन-2019'★★★ में प्रातः 9:00 बजे से सादर आमंत्रित हैं।
*नोट*- प्रत्येक प्रतिभागी सरकारी अध्यापक को दो दिन के सहभागिता प्रमाणपत्र से भी सम्मानित किया जाएगा।
ऊपर लिखी हर एक लाइन हर एक शब्द से मैं सहमत हूं विद्यालय स्तर पर यह सारी गतिविधि मैं अब तक करती आई हूं और जीवन का जितना भी समय मेरे पास है वह मैं विद्यालय को समर्पित करती हूं मैंने अब तक निस्वार्थ भाव से विद्यालय में सहायक शिक्षिका के तौर पर जीवन दिया है और आगे भी मैं इसी प्रकार से विद्यालय को व शिक्षा नवाचार को जीवन देती रहूंगी जय हिंद जय भारत वंदे मातरम
जवाब देंहटाएंमै विशन कौशिक हरियाणा (करनाल) से सरकारी विद्यालय में कार्यरत हूँ। मै 'सबके लिए सरकारी शिक्षा बेहतर हो हमारी शिक्षा'के लक्ष्य को पाने हेतू प्रयासरत रहा हूँ और हमेशा रहूँगा। मै शिक्षा और शिक्षण को बेहतर बनाने हेतू निस्वार्थ भाव से वचनबद्व हूँ। जय शिक्षा जय शिक्षक। जय हिंद।
जवाब देंहटाएंशिक्षा जीवन का आधार है और इसमें सुधार होना चाहिए। समय के साथ-साथ शिक्षा में बदलाव आवश्यक है। नवाचारी शिक्षा बालकों को कुछ नया करके स्वयं सीखने की और प्रेरित करती है। नवाचारी शिक्षा से बालकों में वर्तमान समय के अनुसार नई तकनीक के साथ शिक्षा ग्रहण करने का नया तरीका मिलता है जो उन्हें बेहतर से बेहतर बनाता है।
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