तीन बड़ी भर्तियां घेरे में अहम निर्णय के आसार
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 में प्रिंटिंग प्रेस से प्रश्नपत्र लीक होने और प्रिंटर के पास पीसीएस मेंस 2018 के भी कई सेट पाए जाने से तीन बड़ी भर्तियों पर बड़ा संकट मंडरा रहा है। अभ्यर्थियों में इस घटनाक्रम से आए उबाल और लगातार लग रहे गंभीर आरोप से इन दो भर्तियों सहित पीसीएस 2017 की मुख्य परीक्षा पर भी यूपीपीएससी की ओर से कोई बड़ा फैसला लिए जाने के आसार हैं। यूपीपीएससी हालांकि अभी इससे इन्कार कर रहा है लेकिन, परिस्थितियां जल्द किसी बड़े निर्णय की ओर इशारा कर रही हैं।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के दिन एसटीएफ ने जिस सॉल्वर गैंग को पकड़ा था, उससे सामाजिक विज्ञान और हंिदूी का प्रश्नपत्र मिला था। जिसे यूपीपीएससी ने फर्जी बताया था। लेकिन, 28 मई को वाराणसी में एसटीएफ ने प्रिंटिंग प्रेस संचालक को गिरफ्तार जिन प्रश्नपत्रों के लीक होने का खुलासा किया वह भी इन्हीं दो विषयों के रहे। इन दोनों विषयों के परिणाम अभी घोषित नहीं हुए हैं और इन्हीं में अभ्यर्थियों की संख्या अधिक भी है। अभ्यर्थियों का गंभीर आरोप है कि परीक्षा नियंत्रक की प्रिंटिंग प्रेस संचालक से साठगांठ थी ऐसे में अन्य विषयों के प्रश्नपत्र भी लीक होने से इन्कार नहीं किया जा सकता।
यूपीपीएससी ने पीसीएस मेंस 2018 अभी नहीं कराई है, जबकि एसटीएफ ने दावा किया है कि परीक्षा नियंत्रक ने प्रिंटर प्रश्नपत्र पीसीएस मेंस का होने की जानकारी दे दी थी, जबकि इसे गोपनीय रखने का नियम है। प्रिंटर के पास से इसके 53 सेट बरामद होने का दावा है। इस भर्ती के स्थगित होने के पीछे भी यही मुख्य कारण भी है। लेकिन, अब इस भर्ती की प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र को लेकर भी सवाल उठे हैं। इसके अलावा पीसीएस मेंस 2017 में प्रश्नपत्र बदलकर बांट दिए जाने और परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार की ओर से अभ्यर्थियों पर परीक्षा देने का दबाव बनाए जाने के गंभीर आरोप हैं। इन भर्तियों के खिलाफ उठे विवाद और परीक्षा नियंत्रक की साठगांठ के आरोप से यूपीपीएससी पर दबाव बढ़ रहा है। इन परीक्षाओं को निरस्त करने की सामूहिक मांग है। यूपीपीएससी के इन्कार करने के बाद भी भविष्य में इस पर कोई अहम निर्णय लिए जाने के संकेत हैं।