फर्जी मार्कशीट-डिग्री रोकने का फॉमरूला ढूंढ़ेंगे कुलपति
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : सूबे के विश्वविद्यालयों में फर्जी मार्कशीट व डिग्री बनाने के आ रहे मामलों को राजभवन व उच्च शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है। इस पर शिकंजा कसने के लिए फुलप्रूफ तैयारी की जा रही है। नौ जून को राजभवन में आयोजित कुलपति सम्मेलन में इस पर रोकथाम के लिए मजबूत रोडमैप तैयार किया जाएगा। कुलाधिपति व राज्यपाल राम नाईक की अध्यक्षता में होने वाले कुलपति सम्मेलन में जिन पांच बिंदुओं पर चर्चा होगी उसमें सबसे पहला बिंदु यही रखा गया है।
पूरे प्रदेश में फर्जी मार्कशीट व डिग्री तैयार करने का गैंग काम कर रहा है। विश्वविद्यालयों में इस फर्जीवाड़े से जुड़े मामले आए दिन सामने आते हैं।
अभी तक विश्वविद्यालय मार्कशीट को सिक्योरिटी फीचर्स से सुरक्षित नहीं बना सके हैं। वहीं, कई यूनिवर्सिटी में अब तक विद्यार्थी की कलर फोटो, क्यूआर कोड, बार कोड, एंटी कापी व एंटी स्कैनिंग इंक व मल्टी कलर होलोग्राम सहित सभी दस सिक्योरिटी फीचर्स नहीं हैं। वहीं, मार्कशीट व डिग्री के सत्यापन में भी कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़ा चल रहा है। कुलपति सम्मेलन में इन पर लगाम कसने के साथ ही नकल पर और सख्ती के उपाय कुलपति सुझाएंगे।
विश्वविद्यालयों के वित्तीय प्रबंधन का मुद्दा भी होगा अहम : विश्वविद्यालयों के लिए आर्थिक तंगी भी एक बड़ी समस्या है। सम्मेलन में विश्वविद्यालयों में किस तरह वित्तीय प्रबंधन किया जाए इस पर भी कुलपति अपने सुझाव रखेंगे। राज्य व केंद्र सरकार, फंडिंग एजेंसी के साथ-साथ विवि अपने स्तर पर किस तरह धन जुटा सकते हैं इस पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा नए शैक्षिक सत्र का शैक्षिक कैलेंडर तैयार करने, परीक्षा परिणाम की स्थिति की समीक्षा और महान विभूतियों के नाम पर नई शोध पीठ स्थापित कर रिसर्च की गुणवत्ता और बढ़ाने पर मंथन होगा।