विद्यालय भवन में उतरे करंट से 53 बच्चे जख्मी, CM योगी ने दिए जांच के आदेश
बलरामपुर के नयानगर विशुनपुर प्राथमिक विद्यालय भवन में सोमवार को करंट उतर आया। इससे यहां पढ़ रहे कई बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गए। ...
बलरामपुर, जेएनएन। जिले के उतरौला तहसील क्षेत्र के नयानगर विशुनपुर प्राथमिक विद्यालय भवन में करंट उतरने से 53 बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गए। बच्चों का इलाज एक निजी व सरकारी अस्पताल में चल रहा है। घटना स्कूल की छत पर हाईटेंशन तार टूटकर गिरने से हुई है। फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। लाइन ट्रिप कर जाने से बड़ा हादसा टल गया। उधर, मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें उपचार दिलाने के निर्देश दिए हैं। वहीं, हादसे की जांच करने और प्रदेश भर में हाइटेंशन लाइनों से सुरक्षा का अभियान चलाने को भी कहा गया है।
ये है पूरा मामला
सहायक अध्यापिका ऋचा सिंह ने बताया कि 135 पंजीकृत बच्चों में से 70 बच्चे स्कूल आए थे। इसी परिसर में संचालित जूनियर हाईस्कूल में पंजीकृत 32 में से 16 बच्चे उपस्थित थे। बताया कि करंट की चपेट में आने से 53 बच्चे जख्मी हुए हैं। एसडीएम उतरौला एके गौड़ का कहना है कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। अधीक्षण अभियंता ललित कुमार का कहना है कि रोस्टिंग के बाद चमरूपुर फीडर की सप्लाई शुरू होते ही हादसा हो गया। तार टूटकर गिरते ही सप्लाई बंद हो गई। बताया कि कुशल श्रमिक को निलंबित व संविदा कर्मी को बर्खास्त कर दिया है। अवर अभियंता के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की है। डीएम कृष्णा करुणेश ने पानी से घिरे स्कूलों को दो दिन के लिए बंद करने का फरमान जारी किया है।
सभी 53 बच्चे खतरे से बाहर
आदित्य (12), अनुराग (8), शिवम (7), बजरंगी (7), इकरा (6), अरविंद (7), मेलाराम (5), निशा फात्मा (6), मुहम्मद दीन (7), फैजान (7), जुबेर (9), प्रियांशु (5), राहुल (9), राशिद (7), राजा बाबू (5), मुहम्मद जान (7) शाजिया (2), प्रीति (8), उषा (5), नीतू (5), संध्या (6), अमन (5), मानसी (4), सरिता (7), गोपाल (8), विजय (10), दीपक (5) कीमती सिंह (7), नीतू (5), ताहिर (9), रिवांश, संजना, रिया, कविता, मनीष, अमरेश, सुनीता, विक्रम, गुलाम मुहम्मद, आफरीन, शबीना बानो, हबीब, ताहिरा, गयासुद्दीन।
डीएम दें सहायता, एमडी करें जांच : मुख्यमंत्री
मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी को घायल स्कूली बच्चों की हर संभव सहायता करने और उन्हें उपचार दिलाने के निर्देश दिए हैं। वहीं, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक को दुर्घटना के कारणों की जांच सौंपी गई है। प्रबंध निदेशक को मंगलवार तक जांच पूरी कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव ऊर्जा व पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक को भी पूरे प्रदेश में बिजली की हाईटेंशन लाइनों से सुरक्षा के लिए अभियान चलाने और जहां जरूरत हो, वहां इन लाइनों को दुरुस्त करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने इस काम में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी चेतावनी दी है।
दूसरी तरफ, प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार ने मध्यांचल एमडी की अध्यक्षता में जांच समिति गठित करते हुए मंगलवार शाम तक रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं, ताकि दोषियों पर कार्रवाई कर मुख्यमंत्री को रिपोर्ट दी जा सके। जांच समिति में पावर कारपोरेशन के मुख्य अभियंता ग्रामीण जीपी श्रीवास्तव व विद्युत सुरक्षा निदेशालय के संयुक्त निदेशक वीपी श्रीवास्तव को शामिल किया गया है।